मुजफ्फरपुर | स्मार्ट सिटी के तहत सिकंदरपुर मन के सौंदर्यीकरण की 178 करोड़ रुपये की योजना पर काम शुरू किया गया है। अभी मन के किनारे की साफ-सफाई कराई जा रही है।
मन से जलकुंभी को निकाला जा रहा है। मन किनारे से होकर जाने वाली मेरिन ड्राइव रोड के किनारों की भी सफाई कराई जा रही है।
बुधवार को स्मार्ट सिटी के इंजीनियर और अधिकारियों ने नाव से झील का सर्वे किया। इस दौरान सफाई कर्मियों ने मन में काफी मेडिकल कचरा होने की जानकारी दी है। इस पर इंजीनियरों ने चिंता जताई।
स्मार्ट सिटी की डीपीआर के अनुसार मन सौंदर्यीकरण योजना में बड़े पैमाने पर काम होना है। इसके चारों ओर फूलों की क्यारियों के साथ टहलने के लिए पाथ बनेगा। पार्क के बीच बैठने के लिए जगह-जगह सिटिंग स्टैंड बनेंगे। म्यूजिकल फाउंटेन के साथ फ्लोटिंग रेस्टोरेंट होगा। जहां शहरवासी मस्तानी शाम गुजार सकेंगे। बच्चों के लिए नौका विहार बनेगा।
बोट से मन का सैर किया जा सकता है। मन के चारों ओर रोड बनाया जाएगा। मेरिन ड्राइव रोड का भी विकास होना है। इसे डबल लेन का बनाया जाना है। सिकंदरपुर मन, जूरन छपरा के सामने और ब्रह्मपुरा मन को एक साथ जोड़ा जाएगा। पुल के नीचे से बोट गुजरकर मन के सभी भाग में पहुंचा जा सकेगा। नाव से पहुंचे अधिकारियों ने मन की गहराई और इसमें पानी के स्रोत को जीवित रखने के बिंदू पर भी सर्वे किया।
सफाई के बाद मापी कर चिह्नित की जाएगी मन की जमीन : किनारों की साफ-सफाई के बाद नगर निगम के अमीन मन की जमीन की पैमाइश का काम शुरू करेंगे। 148 एकड़ मन की जमीन में अभी कितने भाग में पानी है और सूखे स्थलों पर कितने भाग में अतिक्रमण हो गया है। इसे चिह्नित किया जाएगा। मन की जमीन से अतिक्रमण खाली कराने के लिए जिला प्रशासन से भी सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए बड़े स्तर पर कार्रवाई की प्रशासनिक तैयारी की जा रही है।
मन में फेंका गया है मेडिकल कचरा : सर्वे के दौरान जूरन छपरा के पास मन के अंदर बड़े पैमाने पर निजी अस्पतलों का मेडिकल कचरा फेंका गया है। इस पर इंजीनियरों ने चिंता जताई। स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों ने बताया कि सर्वे की रिपोर्ट से जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। मन में मेडिकल कचरा फेंक रहे अस्पतलों पर जुर्माना व अन्य प्रशासनिक कार्रवाई की मांग की जाएगी।
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