पियक्कड़ों को जेल भेजकर चुप बैठ जाने वाले थानेदारों पर कार्रवाई होगी। पियक्कड़ जानते हैं कि इलाके में कहां-कहां शराब बिक रही है। इसलिए शराब पीकर नशे में धराए आरोपियों से धंधेबाजों के ठिकाने की जानकारी लेकर छापेमारी करनी होगी।
इसके लिए आईजी गणेश कुमार ने निर्देश जारी किया है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में पियक्कड़ के पकड़े जाने वाले क्षेत्र में उसी अनुपात में शराब जब्ती भी होनी चाहिए। यदि शराब जब्त नहीं होती है और पियक्कड़ों को जेल भेजकर थानेदार चुप बैठ जाते हैं तो कांडों की समीक्षा में वह चिह्नित होंगे।
पियक्कड़ों की गिरफ्तारी के अनुपात में धंधेबाजों को पकड़ने के लिए कम छापेमारी करने वाले थानेदार पर कार्रवाई होगी। आईजी ने बताया कि बीते एक माह से चल रहे अभियान में तिरहुत रेंज में रिकॉर्ड शराब जब्ती और शराब माफियाओं की गिरफ्तारी हुई है। सबसे अधिक मुजफ्फरपुर में गिरफ्तारियां हुई हैं। शराब को लेकर लगातार अभियान जारी रहेगा। स्प्रिट से नकली शराब बनाने वाले धंधेबाज की संपत्ति जब्ती की कार्रवाई में तेजी लाने का भी आईजी ने निर्देश जारी किया है। शराब पीकर गाड़ी चलाते गिरफ्तार आरोपियों का लाइसेंस रद्द करने का भी प्रस्ताव थानेदार को देना है। आईजी ने बताया कि शराब के साथ जब्त वाहनों और जब्त मकान व जमीन के राजसात में तेजी लाने के लिए सभी एसपी को निर्देश दिया गया है। थाना स्तर से राजसात का कोई कार्रवाई नहीं लटकेगा।
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