मुजफ्फरपुर Eye हॉस्पिटल में बड़ी लापरवाही, 7 मरीजों की निकालनी पड़ी आंख, भागे कर्मी

मुजफ्फरपुर। जूरन छपरा स्थित मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में मोतियाब‍िंंद आपरेशन के बाद संक्रमण की चपेट में आए सात मरीजों की आंख निकालनी पड़ी। उसके बाद मरीजों ने जमकर हंगामा किया।




इस बीच अस्पताल कर्मी एक मरीज को बंधक बनाकर पूरे परिसर को छोड़कर भाग खड़े हुए। दर्द से परिसर में मरीज कराहते रहे लेकिन उसको देखने वाला नहीं रहा। एसडीओ के हस्तक्षेप के बाद उसे मुक्त कराकर एसकेएमसीएच भेजा गया। अब तक तीन मरीजों को एसकेएमसीएच भेजा गया है। सिविल सर्जन ने एसीएमओ डा.एसपी ङ्क्षसह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है।


नानी को बना लिया बंधक
निशा कुमारी ने शिकायत की है कि उसकी नानी को संक्रमित हो गई थीं। उनको बंधक बना लिया गया। शिकायत मिलने पर सीएस ने अनुमंडल पदाधिकारी को सूचना दी। एसडीओ ने पुलिस बल को भेजा उसके बाद वृद्धा को बाहर निकाला गया। निशा अपनी नानी को लेकर एसकेएमसीएच गई।


इस तरह से चला घटनाक्रम
सोमवार को दो दर्जन लोग आए। सभी आंख में दर्द व दिखाई नहीं देने की शिकायत लेकर पहुंचे थे। सबको बताया गया कि आंख में संक्रमण हो गया है। निकालना पड़ेगा। इस बीच अस्पताल परिसर में सात लोग आ गए जिनकी आंख निकाली गई थी। मरीज हंगामा करने लगे। हंगामा देख काउंटर बंद करके कर्मी जैसे-तैसे भाग निकले। उसके बाद मरीज के स्वजन पहुंचे सिविल सर्जन के पास शिकायत की। गोपी देवी, खुशबू देवी, रामजी राय आदि ने आरोप लगाया कि 22 नवंबर को सुबह दस से लेकर एक बजे के बीच करीब 26 लोगों का आपरेशन किया गया, सबको ऐसी परेशानी हो रही है। सभी अपने परिवार के कमाउ सदस्य हैं, अब क्या करेंगे। महुआ फूलवरिया के चंदन कुमार ने बताया कि पिता का इलाज कराया कि उनकी आंख निकाल दी गई है। मरीज को लेकर अपने आवास पर चले गए। पिता ही सारे काम करते थे।


बोले- अस्पताल के सचिव
अस्पताल के सचिव दिलीप जालान ने कहा कि घटना दुखद है। अस्पताल की ओर से जांच टीम का गठन किया गया है। जिनको तकलीफ है उनका बेहतर इलाज प्रबंधन के खर्चे पर कराया जाएगा। ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो यह उपाय किया जाएगा।


इन ब‍िंदुओं पर जांच
– किस चिकित्सक ने किया आपरेशन, कितने का हुआ आपरेशन, चिकित्सक की योग्यता व अनुभव, आपरेशन के पहले जरूरी जांच होना चाहिए, वह सुविधा है या नहीं।
– वार्ड मानक के हिसाब से है अथवा मुफ्त आपरेशन के नाम पर किसी तरह से मरीज को रख दिया जाता है।
– घटना दुखद है। जांच के बाद जो रिपोर्ट आएगी। उसके हिसाब से सख्त कार्रवाई होगी। यदि अस्पताल चल रहा तो उसमें विशेषज्ञ चिकित्सक से इलाज होना चाहिए। आपरेशन से पहले जरूरी जांच हो रही या नहीं, जांच टीम इसकी भी पड़ताल करेगी।
– डा.विनय कुमार शर्मा सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर

आई हास्पिटल से आए दो मरीजों की आंख में संक्रमण है। उनका आपरेशन किया जाएगा। मरीजों की हालत में सुधार है। -डा. बीएस झा, अधीक्षक, एसकेएमसीएच

INPUT: JNN

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