बिहार में महज 21 दिनों में कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत टीके की कुल खुराकें सात करोड़ से आठ करोड़ पर पहुंच गई।
कोरोना टीकाकरण की सात करोड़ संख्या सात नवंबर को पूरी हुई थी जबकि 28 नवंबर को यह संख्या आठ करोड़ पर पहुंच गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर कोरोना महामारी से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से सभी जिलों में 16 जनवरी 2021 से कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गयी थी।
पहले एक करोड़ टीके की खुराकें देने में 130 दिन लगे थे
जानकारी के अनुसार, बिहार में टीकाकरण अभियान की शुरुआत के बाद पहले एक करोड़ टीके की खुराकें देने में 130 दिन लगे थे। जबकि दो करोड़ टीकाकरण होने में 50 दिन, दो से तीन करोड़ होने में 29 दिन और तीन से चार करोड़ होने में 23 दिन लगे थे।
मात्र 13 दिनों में चार से पांच करोड़ पर पहुंचा आकड़ा
स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के सहयोग से टीकाकरण अभियान को गति दी गयी और मात्र 13 दिनों में ही 6 सितंबर से 19 सितंबर के बीच चार से पांच करोड़ टीके की संख्या पहुंच गयी। इस दौरान एक करोड़ टीके रिकॉर्ड समय में दिए गए।
पांच से आठ करोड़ तक कोरोना टीके की संख्या पहुंचने में 69 दिन लगे
पांच करोड़ से आठ करोड़ तक टीके की संख्या पहुंचने में स्वास्थ्य विभाग को कुल 69 दिन लगे। पांच करोड़ टीके से छह करोड़ टीके की खुराक का लक्ष्य 9 अक्टूबर को हासिल हुआ। इस बीच 20 दिन का समय लगा। जबकि छह से सात करोड़ टीके की खुराक के आंकड़े तक पहुंचने में 28 दिन का समय लगा और यह लक्ष्य 7 नवंबर को हासिल हुआ।
देश के पांच शीर्ष राज्यों में शामिल हुआ बिहार
कोरोना टीकाकरण को लेकर बिहार देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो गया। पांच शीर्ष राज्यों में क्रमश: उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और बिहार शामिल है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के बेहतर प्रबंधन और राज्यवासियों की सहभागिता और सक्रियता से राज्य में कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा आठ करोड़ के पार हो गया।
INPUT: Hindustan