मुजफ्फरपुर। आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराये मरीजों की आंखों की रोशनी जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया है। मामला सामने आने पर मंगलवार को अधिवक्ता एसके झा ने सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं राज्य मानवाधिकार आयोग से शिकायत की है।
उन्होंने आई हॉस्पिटल की भूमिका पर सवाल उठाया है। हॉस्पिटल की लापरवाही के कारण अधिकांश की आंखों की रोशनी चली गई। संक्रमण के कारण मरीजों की परेशानी बढ़ रही है। उन्होंने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर की योग्यता व अनुभव, ऑपरेशन का प्रोटोकॉल, अस्पताल के मानक आदि बिंदुओं पर जांच की आवश्यकता जतायी है। मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के अलावा राष्ट्रीय व राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को भेजे पत्र में कहा है कि प्रथम दृष्टया यह मामला लापरवाही का प्रतीत होता है। इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर विधि सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही सभी पीड़ित मरीजों का सरकारी खर्च पर इलाज कराने की मांग की गई है।
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