विधान परिषद में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि सरकार का दावा है कि वह गरीबों के लिए काम करती है। लेकिन, सच्चाई यह है कि गरीबों कि लिए किया गया उनका काम कहीं दिख नहीं रहा है। आरोप लगाया कि मुजफ्फरपुर में सरकार की लापरवाही से 65 लोगों की रोशनी चली गई। अब तक 14 लोगों की आंखें निकालनी पड़ी है। यह गंभीर मामला है। सरकार को हर पीड़ित को मुआवजा और उसके परिवार को नौकरी देनी चाहिए।
कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा द्वारा मुजफ्फरपुर की घटना को लेकर लाये गये कार्यस्थगन प्रस्ताव के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री बोल रही थी। इसके पहले श्री मिश्रा ने भी पीड़ितों को मुआवजा और नौकरी देने की मांग की। साथ ही, उन्होंने इस मसले चर्चा की मांग की।
सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि यह मामला पहले शून्यकाल में भी उठाया गया था। सरकार ने उस पर संज्ञान लिया है। सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है। कार्रवाई हो रही है। इसके बाद राजद के रामबलि सिंह ने कहा कि सरकार कार्रवाई नहीं करेगी। पूरे मामले की लीपापोती की जा रही है।
राबड़ी देवी ने श्रम मंत्री जीवेश कुमार को भी पुलिस पदाधिकारियों द्वारा रोके जाने पर गहरी आपत्ति जताई। परिषद में उन्होंने कहा कि विपक्ष कुछ बोलता है तो सरकार को खराब लगता है। लेकिन, डीएम और एसपी के जाने के लिए मंत्री की गाड़ी रोक दी गई। यह गंभीर मामला है।
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