क्या पहली कक्षा में पढ़ने वाला कोई बच्चा महिला से छेड़खानी कर सकता है? वह अनुसूचित जाति तबके के लोगों पर अत्याचार कर सकता है। आपको ये पढ़कर हैरानी हो सकती है लेकिन खगड़िया में थाने से लेकर डीएसपी ने पहली क्लास के बच्चे पर लगे आरोपों को सही करार दिया। बच्चे की गिरफ्तारी का भी आदेश दे दिया गया। उसके परिवार के लोग एसपी के पास पहुंच गये हैं। हैरान एसपी ने मामले की जांच कराने की बात कही है।
ये पुलिस का वैज्ञानिक अनुसंधान है
बिहार पुलिस के आलाधिकारी लगातार ये दावा करते हैं कि पुलिस अब आधुनिक औऱ वैज्ञानिक तरीके से मामलों का अनुसंधान कर रही है। शायद ये मामला भी वैज्ञानिक अनुसंधान ही है। खगड़िया के गोगरी थाने के फतेहपुर गांव की एक महिला ने गोगरी थाना में केस दर्ज कराया। इस मुकदमे में एक महिला समेत चार लोगों पर छेडख़ानी, एससी-एसटी एक्ट, चोरी समेत अन्य धाराएं लगायी गयी। पुलिस ने केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया।
डीएसपी का कारनामा
पुलिस थाने में केस दर्ज होन के बाद खगडिया के मुख्यालय डीएसपी रंजीत सिंह को सुपरविजन का जिम्मा सौंपा गया. डीएसपी साहब ने ऑफिस में बैठे बैठे पूरी घटना को सही करार दिया औऱ चारो अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का आदेश जारी कर दिया. डीएसपी के सुपरविजन रिपोर्ट के बाद गोगरी पुलिस ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दिया. तब पुलिस की पोल खुली.
छेड़खानी, एससी-एसटी एक्ट और चोरी का जो केस दर्ज कराया गया था उसमें क्लास वन में पढने वाले बच्चे तक को अभियुक्त बना दिया गया था. पुलिस अपने डीएसपी साहब के आदेश पर बच्चे की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी. मामले में अभियुक्त बनाये गये एक औऱ व्यक्ति अरविंद यादव बिहार के बाहर मजदूरी करता है औऱ कोरोना के बाद से गांव लौटा ही नहीं है। केस दर्ज कराने वाली महिला ने दो महिलाओं शोभा देवी और मीरा देवी को प्रत्यक्षदर्शी गवाह बनाया था. लेकिन गवाह बनायी गयी दोनों महिलाओं ने कोर्ट में शपथपत्र देकर कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है औऱ बेमतलब उन्हें अभियुक्त बना दिया गया है.
एसपी ने कहा- फिर से जांच होगी
गोगरी थाने और डीएसपी के कारनामे से पीड़ित पक्ष ने खगड़िया के एसपी को पूरे तथ्य की जानकारी दी है. इसके बाद एसपी भी हैरान रह गये हैं. एसपी ने कहा है कि शिकायत मिलने के बाद मामले के दोबारा जांच के आदेश दे दिए गए हैं. हर हाल में निर्दोष को न्याय मिलेगा. एसपी ने कहा है कि मामले को गंभीरता से नहीं लेकर जांच करने वाले अधिकारियों पर भी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी।
INPUT: FirstBihar