परिवार की आर्थिक तंगी दूर करने को दूसरे प्रदेश में नौकरी करने गया था। परिवार वाले काफी खुश थे कि हर महीने अब घर में पैसे आने लगे थे। भरन-पोषण में अब परेशानी नहीं हो रही थी। सबकुछ ठीक होने लगा था। तभी अचानक से उसकी लाश मिलने की खबर आती है। एक झटके में सबकुछ समाप्त हो जाता है। मामला मुजफ्फरपुर के पियर थाना क्षेत्र के बड़कागांव के बलहिया के अनिल चौधरी (36) का है।
वह हिमाचल प्रदेश में एक बैट्री फैक्ट्री में काम करता था। जहां एक दिन पूर्व उसका शव फैक्ट्री के पीछे पानी मे मिला था। वहां से इसकी सूचना परिजन को मिली थी। जिसके बाद सभी लोग हिमाचल जाकर अनिल का लाश लेकर घर लौटे। परिजन का आरोप है कि उसकी हत्या कर शव को फेंक दिया गया है। वहां की पुलिस से उन लोगों ने इसकी शिकायत भी दर्ज कराई है। जिसकी जांच की जा रही है।
उजड़ गयी रिंकू की दुनिया
अनिल चौधरी का पूरा परिवार बिखड़ गया। उसके 4 बच्चों एवं पत्नी रिंकू देवी की पूरी दुनिया बिखर गयी। सोमवार की सुबह पत्नी रिंकू दहाड़ मारकर रो रही थी। रह-रहकर बेहोश हो रही थी। पड़ोस की महिलाएं पानी का छींटा मारकर उसे होश दिला रही थी और होश आने पर दिलाशा दिला रही थी। मौके पर मौजूद पंचायत समिति सदस्य चन्देश्वर राय बताते हैं कि मृतक अनिल बहुत शांत स्वभाव का था। उसकी मौत नहीं हुई है। उसकी हत्या कर शव को फेंक दिया गया है। अनिल अपने पीछे 4 बच्चों को छोड़ गया। 4 बच्चों में 3 बेटियां और 1 बेटा है। बेटी पूजा कुमारी (12) आंचल कुमारी (8) तथा आयुषी कुमारी (4) है जबकि बेटा दीपू कुमार (6) है।
शरीर पर चोट के निशान
बड़गांव पंचायत के मुखिया मो. अब्दुल सत्तार अंसारी ने बताया कि मृतक के गला एवं शरीर पर चोट के निशान हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि उसकी हत्या कर शव फेंकी गई है। वह दो माह से हिमाचल में काम कर रहा था। छह दिन पूर्व वह घर से हिमाचल गया था।
यह है घटनाक्रम
पियर थाना क्षेत्र के बड़गांव पंचायत के बलहिया गांव निवासी महेंद्र चौधरी के 36 वर्षीय पुत्र अनिल चौधरी की संदेहास्पद मौत हो गयी। एक फैक्ट्री में होने की सूचना मिली। 27 नवम्बर को पत्नी को फोन आया कि वह दो दिन से कम्पनी से गायब है। जब पता लगाने के लिए मृतक के छोटा भाई वहां पहुंचा। अपने भाई की खोजबीन शुरू की। तबतक फैक्ट्री के पिछे एक छोटे पोखर में अनिल का शव मिला।
INPUT: Bhaskar