सिकंदरपुर मन में म्यूजिकल वाटर फाउंटेन निर्माण इसी माह शुरू हागा। काम दो साल में पूरा करना है। लेजर लाइट वाला यह फाउंटेन राज्य का अपनी तरह का इस तरह का पहला हाेगा। मन के साैंदर्यीकरण के क्रम में पानी के सतह से 27 मीटर यानी करीब 88.6 फीट ऊंचाई पर रेस्टोरेंट (आइकाॅनिक स्ट्रक्चर) बनेगा। रेस्टोरेंट में बैठे लोग पूरे शहर का नजारा देख सकेंगे।
277.14 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट का डिजाइन मिलने के बाद स्मार्ट सिटी के एमडी नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय और तकनीकी टीम ने मन का जायजा लिया। साेमवार काे सर्वे के दौरान सबसे पहले लेक-2 (मेन मन) में ही काम शुरू करने का निर्णय हुआ। इसी में 900 वर्गफीट में आइकाॅनिक स्ट्रक्चर बनेगा। मन के एक छाेर से सिकंदरपुर स्टेडियम व करबला रोड से दूसरे छाेर तक साइकिल ट्रैक और पाथ वे हाेगा।
प्लान में तय यह ग्रीन बेल्ट मॉर्निंग वॉक के लिए भी सबसे खूबसूरत जगह होगी। आरएस कॉलेज के पीछे मुख्य मन से कनेक्ट करने के लिए छोटे ब्रिज का भी प्रपोजल एजेंसी से मांगा गया है। मेन मन को करबला रोड के दूसरी तरफ के डेड पड़े हिस्से को कनेक्ट करने के लिए खर्च हाेनेवाली राशि का भी प्रपोजल एजेंसी देगी।
डिजाइन तैयार : मुख्य मन में हाेगा काम, आसपास के क्षेत्र का भी होगा विकास, लागत 277.14 करोड़ रुपए
सबसे पहले बदलेगी इन इलाकों की सूरत
लेक- 1 : करबला रोड के पूरब का हिस्सा
लेक- 2 : मेन मन, जिसमें पानी भरा है
लेक- 3 : मरीन ड्राइव के दूसरे छाेर पर
लेक- 4 : रामेश्वर कॉलेज के पीछे का भाग।
टेक्निकल टीम ने देखा मन का इलाका
नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने टेक्निकल अफसरों के साथ बैठक की। फिर मन इलाके का सर्वे किया। स्मार्ट सिटी मिशन से सीनियर मैनेजर प्रेमदेव शर्मा, मैनेजर टेक्निकल शशांक झा, पिरामिड डिजाइनर विकास सोलंकी व अनिरुद्ध सिन्हा समेत योगी कंस्ट्रक्शन के अधिकारी शामिल थे।
डीएम आवास के पीछे माेटरबोट क्लब
सिकंदरपुर मन में डीएम आवास के पीछे और पूर्व मेयर के आवास के निकट माेटरबाेट क्लब का प्रपोजल तैयार है। दोनों जगह मिलाकर 18 माेटरबोट क्लब बनाए जाएंगे। बाेट से ही लाेग रेस्टोरेंट में जा सकेंगे। लेक-2 का क्षेत्रफल तकरीबन 36 हेक्टेयर है। मन के इसी हिस्से में स्मार्ट धोबी घाट भी बनाना है।
दूसरे छाेर पर एक रंग के होंगे सभी भवन
मन के दूसरे छाेर जूरन छपरा के सबसे पीछे की सभी बिल्डिंग का रंग जयपुर की तरह एक रंग का होगा। हालांकि, अभी रंग तय नहीं हुआ है। निगम की ओर से मकान मालिकों को एक तरह का कलर करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साथ ही सबसे पहले मन से जुड़े हॉस्पिटल के ड्रेनेज को बंद किया जाएगा।
INPUT:Bhaskar