शहर में जलजमाव के समाधान को लेकर अब तक की सबसे बड़ी पहल शुरू हो गई है। गुड़गांव की तोशिबा वाटर सॉल्यूशन एजेंसी और स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों के साथ मंगलवार को एमडी विवेक रंजन मैत्रेय ने सर्वे की शुरुआत की। 278.38 करोड़ की लागत से 82 किलोमीटर के सीवरेज और 30.48 किलोमीटर का स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज यानी एसटीपी निर्माण का प्रोजेक्ट है। आरएस कॉलेज के पीछे स्लुइस गेट के पास एसटीपी पर सहमति बनी है। बड़े इलाके से पानी निकासी के लिए तीन पंपिंग स्टेशन भी बनेंगे।
सीवर प्रोजेक्ट से तकरीबन 10 हजार घरों के बाथरूम-टाॅयलेट का पानी निकलेगा। सरैयागंज टावर से कलेक्ट्रेट परिसर तक एसटीपी से जुड़ेगा। ब्रह्मपुरा, लक्ष्मी चौक से सिकंदरपुर एरिया तक में सीवरेज सिस्टम विकसित हाेगा। इससे गंदे पानी की निकासी हाेगी। स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज से बारिश का पानी निकलेगा। गंदे पानी से अपशिष्ट जल प्रबंधन के जरिए हानिकारक तत्वों को हटा कर मन में छोड़ा जाएगा।
इससे जल प्रदूषण नहीं हाेगा। स्मार्ट सिटी अधिकारी के अनुसार शहर में 30 साल बाद की जरूरत काे ध्यान में रख कर डिजाइन किया गया है। स्मार्ट सिटी मिशन के एमडी नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने सीनियर मैनेजर प्रेम देव शर्मा, मैनेजर टेक्निकल शशांक झा, चांदनी कुमारी और तोशिबा वाटर सॉल्यूशन एजेंसी के अधिकारियों के साथ पूरे इलाके का जायजा लिया।
न तो सही स्लैब, न नाले की सफाई, मेयर नाराज
नगर विधायक विजेंद्र चौधरी के साथ मेयर ई. राकेश कुमार पिंटू मंगलवार को वार्ड नंबर-20 में साफ-सफाई का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान 25-30 फीट बड़े नाले पर स्लैब नहीं रहने व नाला साफ नहीं रहने पर मेयर ने आपत्ति जताई। कपड़ा मंडी सूतापट्टी, धोबिया गली, चैंबर ऑफ कॉमर्स गली, बैंक रोड, इस्लामपुर रोड, डोमा पोखर समेत अन्य इलाके में घूम-घूम कर सफाई का जायजा और स्थानीय समस्याओं की जानकारी ली।
इस दौरान वार्ड पार्षद राजीव कुमार पंकू, राकेश कुमार सिन्हा पप्पू, अभिमन्यु चौहान, लोहा सिंह, रविनाथ रजक, रमेश केजरीवाल मौजूद थे। इधर, इस निरीक्षण को लेकर भी आरोप लगने शुरू हो गए हैं। स्थानीय पार्षद संजय केजरीवाल का कहना है कि मेयर का निरीक्षण उद्देश्य से भटक गया है। नगर विधायक इसको चुनावी तैयारी के रूप में लेकर वार्ड पार्षद के कैंडिडेट के साथ जायजा ले रहे हैं।
पंपिंग स्टेशन की क्षमता 1.5 कराेड़ लीटर हाेगी
प्रोजेक्ट के टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 20 नवंबर को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की हरी झंडी के बाद एजेंसी को वर्क ऑर्डर मिला। 30 किलोमीटर का एसटीपी बनने से शहर के एक चौथाई हिस्से में जलजमाव की समस्या खत्म हाे जाएगी। सिकंदरपुर स्थित गोशाला की जमीन पंपिंग स्टेशन के लिए चिह्नित है। इसके अलावे दो और पंपिंग स्टेशन बनेंगे। काम दाे साल में पूरा करना है।
इन इलाकों में बनेगा सीवरेज
सिकंदरपुर मन जोन
सरस्वतीनगर, बैरिया, दाउदपुर काेठी, झिटकहियां, ब्रह्मपुरा, जूरन छपरा, सदर अस्पताल रोड, कलेक्ट्रेट परिसर, कंपनीबाग रोड, डीएम आवास, सरैयागंज टावर और सिकंदरपुर।
बूढ़ी गंडक जोन
सिकंदरपुर एसएसपी आवास इलाका, प्रभात जर्दा फैक्ट्री रोड, बालूघाट इलाका।
INPUT: Bhaskar