मुजफ्फरपुर। पिंक सिटी की तर्ज पर स्मार्ट सिटी को सजाने की योजना अधर में लटक गई है। स्मार्ट सिटी के एबीडी (एरिया बेस्ड डेवलपमेंट) में सभी दुकान व मकानों को एक रूप दिया जाना है।
10 माह पहले वर्क ऑर्डर जारी होने के बावजूद इस योजना की शुरुआत भी नहीं हो पायी है। अगले पांच माह में इस योजना को पूरा कर लेना है। उधर, सूतापट्टी, इस्लामपुर व बैंक रोड के व्यवसायी चिंतित हैं कि यदि काम की शुरुआत मार्च से की जाएगी, तो उनके सीजन का कारोबार प्रभावित होगा।
स्मार्ट सिटी के एबीडी में भवनों को एकरूप बनाने की योजना का वर्क ऑर्डर चार मार्च को ही जारी हो गया। टेंडर के अनुसार वर्क ऑर्डर जारी होने के 15 माह में इसे पूरा कर लेना था। यानी मई 2022 में पूरा होना है। लेकिन मार्च में वर्क ऑर्डर जारी होने के 10 माह बीत चुके हैं, लेकिन फेश लिफ्टिंग का काम शुरू भी नहीं हो सका है। स्मार्ट सिटी में इस योजना के लिए भारी भरकम राशि 28.92 करोड़ की व्यवस्था की गई है। इस योजना के तहत अभी तक आयुक्त कार्यालय के बाउंड्री पर मधुबनी पेंटिंग ही किया गया है, जो अब पुराना पड़ने लगा है।
फेस लिफ्टिंग के तहत होना है यह काम
फेश लिफ्टिंग के तहत शहर की पिंक सिटी की तरह एकरूप बनाया जाएगा। एबीडी में शामिल सुतापट्टी, बैंक रोड, इस्लामपुर रोड व कंपनी बाग रोड के सभी भवनों का फेश एक तरह व एक रंग का किया जाएगा। इससे शहर की सुंदरता बढ़ेगी। स्मार्ट सिटी के तहत इस योजना को शुरुआती दौर में ही लिया गया था, लेकिन इसका टेंडर चार मार्च को फाईनल हुआ। इसके अलावा इन इलाकों के पोल तार हटाकर उन्हें अंडरग्राउंड भी किया जाना है। इसके लिए बिजली व टेलीफोन के खंभों के अलावा सड़क किनारे लगे पेड़ पौधों को भी दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना है।
कहते हैं अधिकारी:
कार्य एजेंसी को काम में तेजी लाने को कहा गया है। बरसात के कारण योजना में विलम्ब हुई, उसके बाद की प्रक्रिया शुरू है। एजेंसी यदि अब काम शुरू नहीं करती है तो यथोचित कार्रवाई की जाएगी। -विवेक रंजन मैत्रेय, एमडी
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