मुजफ्फरपुर : खाद बीज की कालाबाजारी, नीलगायों के आतंक से त्रस्त किसानों ने ट्रैक्टर के साथ एनएच 722 को सरैया प्रखंड के नयारोड के निकट जाम कर दिया। सूचना पर पहुंचे प्रखंड कृषि पदाधिकारी मो.
नसीमुद्दीन अंसारी के समक्ष सवालों की झड़ी लगा दी। आदोलन का नेतृत्व कर रहे राम गणेश ठाकुर ने बताया कि डीएपी उर्वरक की सरकारी तय कीमत 12 सौ रुपये है। जबकि दुकानदार 24 सौ रुपये ले रहे हैं। कालाबाजारी कर रहे दुकानदारो पर अबतक एफआइआर , कृषि अधिकारी ने नहीं की।
किसान निर्धारित मूल्य पर हीं उर्वरक की बिक्री करने व नीलगायों के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग कर रहे थे। जाम स्थल पर ढाई बजे सीओ नारायण बैठा और थानाध्यक्ष सुनील कुमार पहुंचे। किसानों की मांगें पूरी करने एवं कालाबाजारी कर रहे दुकानदारों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। करीब पाच घटे बाद जाम समाप्त हुआ।
उर्वरक की कालाबाजारी से परेशान किसान करेंगे आंदोलन
सकरा प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में खाद की कालाबाजारी चरम पर है। किसान महंगे दाम पर खाद खरीदने को विवश हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से किसान परेशान हैं। किसान मंटू सिंह, वशिष्ठ राय, सुनील कुमार, अनिल कुमार अनल ने बताया कि कि अभी गेहूं तथा खरीफ फसलों की बुआई का कार्य चल रहा है। दुकानों में महंगे दाम में खाद मिल रहा है।
आधार कार्ड देने के बावजूद यूरिया तीन सौ रुपये, डीएपी 16 सौ रुपये, पोटाश 13 सौ रुपये लिए जा रहे हैं जिससे किसानों में आक्रोश है। खालीकनगर गौडीहार पंचायत के निवर्तमान मुखिया महेश शर्मा, पंचायत समिति सदस्य रूबी शर्मा, पूर्व मुखिया शिवचद्र मिश्रा ने इसकी शिकायत प्रखंड कृषि पदाधिकारी से दूरभाष पर की। कहा कि किसानों को उचित मूल्य पर खाद नहीं मिली तो आदोलन किया जाएगा।
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