मुजफ्फरपुर से ASSEL के जाने के बाद भी मीटर और बिल में गड़बड़ी के मामले में सुधार होता नहीं दिख रहा है। उपभोक्ता सालों से कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। लेकिन, उनकी समस्या का निदान नहीं निकल रहा है। मामला शहर स्थित राम मनोहर लोहिया कॉलेज के प्रोफेसर अभय कुमार बिट्टू का है। उन्होंने बताया कि दामोदरपुर पठानटोली में उनका घर है।
2019 में जब ASSEL था, तभी मीटर राइडिंग करने वाले ने आकर कहा कि आपका मीटर खराब हो गया है। इसे बदल लीजिए। वे जब विभाग में आवेदन देकर आये तो वहां से जांच के लिए मैकेनिक को भेजा गया। उसने चेक करने के बाद कहा कि मीटर ठीक है। इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है। अब वे उहापोह की स्थिति की फंस गए कि आखिर क्या करें। रीडिंग करने वाले ने दोबारा भी वही बात कही।
20 बार शिकायत दर्ज करा चुके
प्रोफेसर बताते हैं कि तब से लेकर आज तक 20 बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं। दफ्तर के चक्कर काटते-काटते थक चुके हैं। लेकिन, उनकी शिकायत का निपटारा नहीं हुआ है। इस कारण बिल भी भुगतान नहीं कर पाए। अब एक बार मे 60 हज़ार रुपये का बकाया बिल भेज दिया गया है। कहते हैं कि सिर्फ दो रूम का फ्लैट है। बिल भी हर महीने 500 यूनिट आता था। जबकि घर मे कोई विशेष सामान भी नहीं है। फिर भी हर महीने तिगुना यूनिट भेजा जा रहा है।
गलत रीडिंग और बिल से परेशान
बेला रामकृपाल नगर के अखिलेश तिवारी ने बताया कि गलत रीडिंग और बिल से परेशान है। कई बार इसकी शिकायत विभाग में कर चुके हैं। लेकिन, समस्या का निदान नहीं मिला है। कहते हैं कि बिजली के पोल में अर्थिंग नहीं होने के कारण आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। खर्च से दोगुना बिल भेजा जा रहा है। रीडिंग करने वाले को भी कई बार बोल चुके हैं। लेकिन, समस्या का समाधान अब तक नहीं हुआ है।
INPUT: Bhaskar