मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी की योजनाओं का टेंडर तो धड़ाधड़ कर लिया गया है, लेकिन इन योजनाओं के लिए जमीन का निर्धारण ही नहीं किया गया। अब योजना के लिए जरूरी जमीन पर माथापच्ची की जा रही है। इसी परिस्थिति में बैरिया से स्टेशन तक स्पाइनल रोड के निर्माण में पेच फंस गया है। इस रोड में दोनों तरफ नाला व पेवर ब्लॉक के साथ निर्माण पूरा करने पर सीवरेज के लिए कहीं खाली जमीन नहीं बचती दिख रही है। अब एजेंसी को बीच का कोई रास्ता निकालने का निर्देश दिया गया है।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने योजनाओं का टेंडर कर अपनी रैंकिंग तो सुधार ली है, लेकिन उन योजनाओं को जमीन पर उतारना मुश्किल होता जा रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत बैरिया से स्टेशन रोड तक स्पाइनल रोड का टेंडर फाइनल किया गया। 42.05 करोड़ की लागत से यह सड़क दोनों तरफ नाले के साथ स्टेशन तक बननी है। इस योजना के लिए करीब दो-दो मीटर जमीन पर ड्रेनेज का निर्माण भी शुरू हो गया है। इसके बाद करीब तीन मीटर में दोनों तरफ पेवर ब्लॉक लगाया जा रहा है। दोनों तरफ ड्रेनेज व पेवर ब्लॉक के बीच साढ़े सात मीटर चौड़ी सड़क बनानी है।
इस मार्ग में स्मार्ट सिटी ने 278.39 करोड़ का टेंडर भी फाइनल किया है। इस योजना में एबीडी (एरिया बेस्ड डेवेलपमेंट) में एसटीपी व सीवरेज सिस्टम का निर्माण करना है। बैरिया से स्टेशन भी एबीडी में आता है। इस सीवरेज सिस्टम को बनाने का टेंडर तोशिबा कंपनी को मिल गया है। लेकिन बैरिया से स्टेशन तक बन रही सड़क व ड्रेनेज के बाद सीवरेज के लिए जमीन ही नहीं मिल रही है। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के पास इस बात का जवाब ही नहीं है कि सीवरेज कहां बनाया जाएगा। सीवरेज के लिए कम से कम इस सड़क में दो मीटर चौड़ा निर्माण करना होगा। अब इसके लिए जमीन चिह्नित करने को सर्वे शुरू किया गया है। सर्वे के बाद निर्णय लिया जाएगा कि सीवरेज इस सड़क व ड्रेनेज के बीच कैसे निकाला जाए।
अदूरदर्शिता
● बैरिया से स्टेशन रोड तक बन रहे स्पाइनल रोड में फंसा पेच
● जापानी कंपनी से एग्रीमेंट के बाद अब सीवरेज के लिए हो रही खोज
“फिलहाल बैरिया से स्टेशन तक स्पाइनल रोड व ड्रेनेज का निर्माण हो रहा है। सीवरेज का डिजायन व जगह अभी तय नहीं हुआ है। यह टेंडर इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन के तहत तय किया गया है। इसलिए चुनी गई एजेंसी ही सर्वे के बाद तय करेगी कि सीवरेज कैसे निकाला जाए। निर्माण ऐजेंसी तोशिबा ने इसके लिए सर्वे शुरू कर दिया है, जल्दी ही डिजायन भी तैयार कर लिया जाएगा।” -भूदेव चौधरी, सीईओ, स्मार्ट सिटी
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