मुजफ्फरपुर। स्मार्ट सिटी मिशन प्रोजेक्ट के तहत कांटी अंचल में एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) वन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए स्थल का चयन कर लिया गया है। दाउदपुर कोठी स्थित पीएचईडी एवं स्वास्थ्य विभाग की 3.11 एकड़ जमीन का अधिग्रहण इसके लिए किया जाएगा। नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय के प्रस्ताव पर प्रशासन की सहमति बन गई है।
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कांटी सीओ एवं डीसीएलआर पश्चिमी की अनुशंसा के बाद अब जिला प्रशासन संबंधित विभागों को जमीन हस्तांतरण का प्रस्ताव भेजेगा।
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मालूम हो कि शहरी क्षेत्र को जलजमाव से मुक्त करने के लिए स्मार्ट सिटी योजना से इस एसटीपी का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा नगर निगम की ओर से भी तीन एसटीपी का निर्माण होना है। दाउदपुर कोठी क्षेत्र में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एसटीपी का निर्माण होना है। इसके लिए जमीन के दो प्लाट का हस्तांतरण नगर निगम, मुजफ्फरपुर के नाम से होगा। इसमें जमीन का एक प्लाट जन स्वास्थ्य अभियंता, स्वास्थ्य विभाग का है। इसके अलावा पीएचईडी के जिला जल जांच प्रयोगशाला कंपाउंड की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। कुल 3.11 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के बाद स्मार्ट सिटी के पहले एसटीपी के निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा।
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278.39 करोड़ से होगा सीवरेज व स्ट्राम वाटर ड्रेनेज सिस्टम का विकास
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एबीडी एरिया में 278.39 करोड़ की लागत से सीवरेज एवं स्ट्राम वाटर ड्रेनेज सिस्टम का विकास होगा। योजना को जमीन पर उतारने का जिम्मा तोशिबा वाटर साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और जयंती सुपर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है। शनिवार को स्मार्ट सिटी कंपनी एवं एजेंसियों के बीच एकरारनामा हुआ। नगर निगम कार्यालय में एकरारनामा पर स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय, तोशिबा वाटर साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट शैलेश शर्मा, स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ भूदेव चक्रवर्ती ने हस्ताक्षर किए। कंपनी के सीईओ ने बताया कि इस परियोजना पर 278.39 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कार्य को 24 माह में पूरा किया जाएगा।
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इस परियोजना से गंदे पानी और बारिश के पानी की निकासी अलग-अलग सुनिश्चित की जाएगी। गंदे पानी को अपशिष्ट जल प्रबंधन के माध्यम से पानी के हानिकारक तत्वों को हटा कर जल निकासी की जाएगी, जिससे जल प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके। यह डिजाइन आगामी 30 सालों तक सक्रिय एवं सुचारु रहेगी। सीवरेज की लंबाई 82 किलो मीटर होगी जिससे 10,274 घरों को जोड़ा जाएगा। स्ट्राम वाटर ड्रेनेज की लंबाई 30.48 किलो मीटर होगी। योजना के अंतर्गत तीन पंङ्क्षपग स्टेशन के साथ साथ एक एसटीपी का निर्माण होगा जिसकी क्षमता 15 मिलियन लीटर प्रतिदिन होगा। स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रबंध निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय ने कहा कि एसटीपी के लिए जगह का चयन कर लिया गया है। योजना पर तेजी से काम किया जाएगा।





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