वेतन भुगतान को लेकर स्वास्थ्य कर्मी मानवबल संघ के सदस्यों ने सोमवार को सैकड़ों की संख्या में सदर अस्पताल स्तिथ सिविल सर्जन कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान सभी ने जमकर नारेबाजी की। मानव बल दामू चौक स्थित जिला कार्यालय से पैदल मार्च निकाल कर सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने फिर से बहाल किये जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और सिविल सर्जन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। इस पैदल मार्च में संगठन के अध्यक्ष राजीव,उपाध्यक्ष अनिता कुमारी,संरक्षक विजय कुमार समेत सैकड़ो सदस्य मौजूद रहे। प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कोरोना काल मे सरकार ने सविंदा पर स्वास्थ्यकर्मियों का भर्ती किया था। काम खत्म होते ही सभी को हटा दिया गया। जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने कोर्ट में केस किया था। कोर्ट के आदेश के बाद भी वेतन का भुगतान नही किया गया है। जिसके विरोध में आज पैदल मार्च निकाला गया है।
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संगठन के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजीव कुमार में बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते है कि हमारी सरकार युवाओं को रोजगार दे रहे है। यहां पर क्या होता है कि जब भी बिहार सरकार की ऐसी नीती है जब चाहो तो नियुक्त कराओ और जब चाहो तो इसको निष्कासित कर के हटाओ। उन्होंने बताया कि हाइकोर्ट के आदेश के बाद भी जिला स्वास्थ्य विभाग अभी तक वेतन की भुगतान नही की है। वही संगठन की अनिता कुमारी ने बताया कि हमलोग 10 साल से ट्रेनिंग कर बैठी है।
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मानव बल में सभी लोगो की नियुक्ति हुई। तीन महिला का वादा कर 20 दिन में ही हटा दिया गया। कम से कम तीन महीना तो रखना चाहिए था।अनिता देवी ने सरकार व स्वास्थ्य मंत्री को एक महीने का अल्टीमेटम देते हुए बताई की अगर एक महीनों के भीतर मांग पूरी नही होगी तो सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या करेगी।





INPUT: Bhaskar
