मुजफ्फरपुर आई हॉस्पीटल की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे IGIMS के मरीज, ये है मामला

मुजफ्फरपुर आंख कांड के पीड़ितों के कारण आईजीआईएमएस में 250 से ज्यादा आंखों के ऑपरेशन टल गए हैं। संक्रमण के बाद आंखों की रौशनी गंवा चुके पीड़ितों को बेहतर इलाज के लिए आईजीआईएमएस के क्षेत्रीय चक्षु संस्थान (रियो सेंटर) में भर्ती कराया गया था।




दिसंबर के पहले सप्ताह से लेकर 12 दिसंबर तक कुल 25 पीड़ित संक्रमण के शिकार होकर यहां भर्ती कराए गए थे।

इनमें 22 अबतक डिस्चार्ज हो चुके हैं। शेष तीन भी अगले दो दिनों की जांच के बाद डिस्चार्ज किए जा सकते हैं। भर्ती मरीजों के कारण यहां आनेवाले सामान्य मरीजों के आंखों के ऑपरेशन टाले गए। जानकारी के अनुसार पिछले 10 दिनों में 250 से अधिक ऑपरेशन रियो सेंटर में टाल दिए गए। इनमें कई ऐसे भी मरीज थे जिनको ऑपरेशन के लिए समय भी दे दिया गया था।


संक्रमण से बचाने के लिए टाला गया ऑपरेशन : रियो सेंटर में भर्ती मरीजों के संक्रमण से दूसरे मरीजों को बचाने के लिए सामान्य ऑपरेशन को टाला गया। रियो सेंटर के प्रभारी डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा और वरीय चिकित्सक डॉ. नीलेश मोहन ने बताया कि पीड़ितों में बैक्टीरिया का संक्रमण बहुत ही घातक स्तर का था। ओटी में इनका ऑपरेशन व ड्रेसिंग आदि का कार्य किया जाता था।


इस कारण दूसरे मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए संक्रमण टाला गया। डॉ. विभूति ने बताया कि अब बचे पीड़ितों को ओटी में ले जाने की जरूरत नहीं है। इस कारण ओटी को सेनेटाइज कराकर उसका बैक्टीरियल कल्चर कराया कराया गया। जांच में ओटी अब बैक्टीरिया मुक्त पाया गया है। अत: अब यहां पूर्व की भांति सामान्य रूप से ऑपरेशन कार्य होगा।

INPUT:Hindustan

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