Muzaffarpur सदर अस्पताल का नशा मुक्ति केंद्र बना Rest House, कर्मियों का रहता है कब्जा

मुजफ्फरपुर। सरकार ने छह साल पहले जब शराबबंदी लागू की थी तब लोगों को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए योजना बनी थी। इसके लिए सरकारी अस्पतालों में नशा मुक्ति केंद्र खोले गए थे।




यहां डाक्टर से लेकर कर्मचारियों की तैनाती की गई। रोगियों के मनोरंजन के लिए कलर टीवी की व्यवस्था की गई। ये केंद्र कुछ महीने तक तो चले, उसके बाद से बंद से हो गए। सदर अस्पताल में बने इस केंद्र पर अब कर्मियो का कब्जा है। शराब बंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सख्त है।शराबबंदी के बाद सदर अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र खोला गया था। शुरुआती दौर में तो ठीक रहा।लेकिन दो सालों से बंद है । वार्ड के अंदर सुरक्षा प्रहरी व अन्य कर्मचारी आवास बनाए हुए हैं। बेड पर कुर्सी रहती है। वहां खाना बनाकर लोग खाते हैं। कोरोना का जांच सेंटर यहां पर आधे हिस्से में खोल दिया गया है। यहां पर सुबह से देर शाम तक लोग कोरोना की जांच कराने के लिए आते है।


2016 में हुई थी स्थापना
नशा मुक्ति केन्द्र सदर अस्पताल में 1 अप्रैल 2016 को स्थापित हुआ था। उस समय पूरे तामझाम से उसका आगाज हुआ। यहां पर चिकित्सक को 24 घंटे का रोस्टर बना। जरूरी दवा को रखा गया। आउटडोर पर स्मैक, चरस, अफीन खाने भी यहां पर आकर इलाज कराते थे। शराब का लत छोड़ाने के लिए भी स्वजन यहां पर लाकर भर्ती कराते रहे। यह सेंटर 10 जुलाई 2020 तक चला। इस बीच 713 मरीजों का इलाज हुआ ।जिसमे भर्ती 50 लोग हुए। उनका इलाज किया गया। लेकिन जब से सेंटर बंद हो गया उसके बाद से यहां पर मरीज नहीं आते है।


बन गया रेस्ट हाउस
नशा मुक्ति केन्द्र के वार्ड में स्वस्थ्य कर्मियों जा रेस्ट हाउस तो बाहर हो रहा कोरोना टेस्टिंग। बिहार में शराब बंदी के साथ ही सरकारी अस्पतालों में नशा मुक्ति केंद्र बनाए गए थे ताकि नशे के जो आदि है। उनका इलाज कर उन्हें नशा छुड़ाया जा सके। सदर अस्पताल परिसर में हाईटेक नशामुक्ति केंद्र बनाया गया। 20 बेड लगाए गए थे एसी पंखा सब लगाई गई थी। अभी उसका इस्तेमाल अस्पताल कर्मी और एम्बुलेंस चालक के रेस्ट हाउस के रूप में हो रहा है।


एसी पंखे सभी खराब हो गए है। यहां पर न कोई स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी है न कोई चिकित्सक का रोस्टर ड्यूटी लगा है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा.एनके चौधरी ने बताया कि नशा मुक्ति केन्द्र बंद है। उसमे कोरोना टेस्टिंग किया जा रहा है। केन्द्र को लेकर सरकार का जो मार्ग दर्शन होगा उसके अनुसार इस केन्द्र का संचालन किया जाएगा।

INPUT:Hindustan

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