बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से विभिन्न जिलों की यात्रा पर निकलने वाले हैं. इस बार यात्रा का नाम होगा समाज सुधार यात्रा. नीतीश कुमार की ये यात्रा तब शुरू हो रही है जब बिहार में शराबबंदी को लेकर विरोधियों के साथ-साथ कुछ सहयोगी भी निशाना साध रहे हैं.
ऐसे में नीतीश कुमार इस यात्रा के बहाने बिहार में शराबबंदी का हाल जमीनी स्तर पर जानने का प्रयास करेंगे. साथ ही बिहार सरकार की जो भी विकास से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य चल रहे हैं उस विकास की धरतल पर सच्चाई भी जानेंगे.
नीतीश कुमार की अपनी इस यात्रा की शुरुआत 22 दिसंबर से को मोतिहारी से करेंगे. 24 दिसंबर को गोपालगंज, सारण, सीवान, 27 दिसंबर को भोजपुर, रोहतास, बक्सर, कैमूर. 29 दिसंबर मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, वैशाली, शिवहर. 30 दिसंबर को दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर. 4 जनवरी को गया, जहानाबाद,अरवल, नवादा, औरंगाबाद. 6 जनवरी को बेगूसराय, मुंगेर, शेखपुरा. 8 जनवरी को जमुई, खगड़िया, लखीसराय. 11 जनवरी को पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज. 12 जनवरी को सहरसा, मधेपुरा, सुपौल. 13 जनवरी को भागलपुर और बांका. 15 जनवरी को पटना और नालंदा जिलों के दौरे पर रहेंगे.
लिस्ट देखिये किस दिन कहां सभा और कौन से जिले जुड़े होंगे
22 दिसंबर: मोतिहारी (पूर्वी चंपारण-पश्चिम चंपारण)
24 दिसंबर: गोपालगंज (सीवान, सारण, गोपालगंज)
27 दिसंबर: सासाराम (भोजपुर, रोहतास, बक्सर, कैमूर)
29 दिसंबर: मुजफ्फरपुर (मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, वैशाली, शिवहर)
30 दिसंबर: समस्तीपुर (दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर)
04 जनवरी: गया (गया, जहानाबाद, अरवल, नवादा, औरंगाबाद)
06 जनवरी: बेगूसराय (मुंगेर, बेगूसराय, शेखपुरा)
08 जनवरी: जमुई (जमुई, खगड़िया, लखीसराय)
11 जनवरी: पूर्णिया (पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज)
12 जनवरी: मधेपुरा (सहरसा, मधेपुरा, सुपौल)
13 जनवरी: भागलपुर (भागलपुर, बांका)
15 जनवरी: पटना (पटना, नालंदा)
वहीं, इस यात्रा में नीतीश कुमार हर जिला में शराबबंदी, दहेज प्रथा, बाल विवाह से जुड़े मामले, गृह विभाग से सम्बंधित कार्य, सतत जीविकोपार्जन योजना संबंधी कार्य, हर घर जल नल योजना के कार्य, पक्की नली-गली योजना के कार्य, स्वच्छता से जुड़े कार्य और सबसे महत्वपूर्ण धान अधिप्राप्ति की जानकरी भी लेंगे. नीतीश कुमार के यात्रा की तैयारी शुरू हो गई है. बता दें कि इससे पहले नीतीश कुमार अपने 16 वर्षों के शासनकाल में 12 यात्राएं कर चुके हैं. खास बात यह है कि हर यात्रा के बाद कुछ न कुछ बड़े निर्णय भी लिए गए हैं.
(सोनू सिंह की रिपोर्ट)
