शहर से सटे मुशहरी एवं कांटी प्रखंड के 16 पंचायतों की 47 गांवों का पूर्ण एवं आंशिक हिस्सा नगर निगम में शामिल होगा। नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने मंगलवार को नगर निगम सीमा क्षेत्र विस्तार एवं परिसीमन का प्रस्ताव डीएम प्रणव कुमार को भेजा है। डीएम अब इस प्रस्ताव को सरकार को भेजेंगे। पंचायत राज एवं नगर विकास एवं आवास विभाग के दिशा-निर्देश पर नगर आयुक्त ने प्रस्ताव तैयार कर भेजा है। प्रस्ताव पर यदि सरकार की मुहर लगी तो ग्रेटर मुजफ्फरपुर का सपना साकार होगा।
यदि निगम की सीमा का विस्तार हुआ तो वार्डों का नए सिरे से परिसीमन होगा। हालांकि यह प्रस्ताव नया नहीं है। मई 2006 में यह प्रस्ताव पहली बार सरकार को भेजा गया था। जुलाई 2008 में निगम सशक्त स्थायी समिति एवं निगम बोर्ड ने प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की थी।
क्या है ग्रेटर मुजफ्फरपुर का प्रस्ताव
शहरी परिवेश का रूप धारण करने के बाद भी शहर की सीमा से बाहर रहने वाले नगर निगम के सीमावर्ती क्षेत्रों को शामिल कर ‘ग्रेटर मुजफ्फरपुरÓ बनाने का निर्णय वर्ष 2006 में लिया गया था। सरकार ने भी इस तरह का प्रस्ताव सभी शहरी निकायों से मांगा था।
इसी आलोक में नगर निगम ने 16 मई 2006 को ग्रेटर मुजफ्फरपुर का प्रस्ताव सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा। सरकार के पास यह प्रस्ताव दो सालों तक लंबित रहा। जून 2008 में सरकार को सुध आई और उसने निगम को पत्र लिखकर शहर के विस्तार के प्रस्ताव को निगम बोर्ड से पारित कराकर भेजने का निर्देश दिया। जुलाई 2008 में निगम सशक्त स्थायी समिति एवं निगम बोर्ड ने प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी। उसके बाद महापौर से अनुमोदन लेकर पारित प्रस्ताव को एक बार फिर सरकार को भेज दिया गया।
ग्रेटर मुजफ्फरपुर में शामिल किए गए क्षेत्र –
कांटी एवं मुशहरी अंचल के 42 गांवों से 20.945 वर्ग किमी क्षेत्र एवं 97 हजार की आबादी ग्रेटर मुजफ्फरपुर में जोड़ा गया था।
शहर से सटे कांटी अंचल के दादर कोल्हुआ, पैगंबरपुर कोल्हुआ, सदातपुर, बैरिया, दामोदरपुर, चकमुरमुर, फतेहपुर, मुरादपुर, चैनपुर
मुशहरी अंचल के सिकंदरपुर, चकगाजी, सहबाजपुर सलेम, मुरादपुर दुल्लाह, हयापुर, गणेशपुर, शेखपुर, नाजीरपुर, चंदवारा, चकमोहब्बत, बारा जगन्नाथ, राघोपुर, मझौली धर्मदाश, शेखपुर उर्फ नारायणपुर अनंत, शेरपुर, रतवारा, गन्नीपुर, मोहम्मदपुर काजी एवं भिखनपुर डीह
वर्तमान विस्तार के बाद
क्षेत्रफल 32.31 53.26 वर्ग किमी में
आबादी 3.05 4.02
लाख में क्षेत्र विस्तार से निगम एवं जनता को होने वाले लाभ
– निगम के आय में वृद्धि।
– राज्य एवं केंद्र सरकार से अधिक लाभ प्राप्त हो सकेगा।
– आबादी एवं क्षेत्र के आधार पर शहर को केंद्रीय योजनाओं में मिलेगी प्राथमिकता।
– नए क्षेत्र के लोगों को मिलेगी शहर क्षेत्र की तरह बुनियादी सुविधाएं।
– विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए प्रखंड का चक्कर लगाने से मिलेगी मुक्ति।
– शहरी योजनाओं का मिलेगा लाभ।
– निगम द्वारा लगाए जाने विभिन्न प्रकार के कर के दायरे में आ जाएंगे नये क्षेत्र के मकान।
INPUT:JNN