मुजफ्फरपुर में उर्वरक की कालाबाजारी नहीं रुक रही है। लगातार कार्रवाई और लाइसेंस रद्द करने के बावजूद कालाबाजारी चल रहा है। इसे लेकर कृषि विभाग ने 16 सदस्यीय टीम का गठन किया है। जो उर्वरक की कालाबाजारी रोकेंगे। इसमें ADM प्रीति सिंह को भी शामिल गया है। इसके अलावा अन्य पदाधिकारी है। अलग-अलग प्रखंडो में टीम कार्रवाई करेगी। इन सभी को जिम्मेदारी से अवगत करा दिया गया है।
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कृषि पदाधिकारी डॉ. शिलाजीत सिंह ने बताया कि जीरो टॉलरेंस नीति के तहत उर्वरक बिक्री को लेकर कृषि विभाग गंभीर है। कृषि निदेशक के निर्देश पर उर्वरक बिक्री पर निगरानी के लिए जिले में 16 टीम का गठन किया गया है। उर्वरक की कालाबाजारी, जमाखोरी, तस्करी व अन्य अनियमितता पर प्रभावकारी नियंत्रण रखने के लिए टीम नियमित छापेमारी व निरीक्षण करेगी।
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टीम जिले में उर्वरक की प्राप्ति, भंडारण व वितरण व्यवस्था पर निगरानी रखेगी। इसमें अनियमितता मिलने पर टीम की रिपोर्ट पर विधि सम्मत कार्रवाई करेगी। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि सभी को अलग-अलग प्रखंड में उर्वरक की वितरण, कालाबाजारी रोकने सहित अन्य जिम्मेदारी दी गयी है।
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बता दें कि खाद की किल्लत होने के कारण जिले में किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। समय पर रबी फसल की बुआई नही हो सकी। ऊंचे दाम पर खाद खरीदकर खेती करने को मजबूर हैं। इसे लेकर सरैया, मोतीपुर और साहेबगंज में जमकर बवाल और हंगामा हुआ था।
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इसके बाद कृषि विभाग ने छापेमारी कर चार दुकानदारों को कालाबाज़ारी करने के आरोप में पकड़ा। उनके दुकान का लाइसेंस रद्द किया गया। विभाग की तरफ से DAP (खाद) की आपूर्ति सभी प्रखंडो में कई गयी। फिर भी अभी किल्लत पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। विभिन्न प्रखंडो से लगातार कालाबाज़ारी की शिकायतें आ रही है।





INPUT:Bhaskar
