Muzaffarpur ब्लास्ट : फैक्ट्री में काम करते थे 200-300 मजदूर लेकिन 32 का ही कट रहा PF

मुजफ्फरपुर। नूडल्स फैक्ट्री में कार्यरत सभी कर्मियों के भविष्य निधि की राशि नहीं कटती थी। अंदर खाने से जो जानकारी आ रही है, उसके हिसाब से 200 से 300 कर्मचारी काम कर रहे थे।




केवल 32 लोगों का पीएफ कट रहा था। श्रम विभाग की ओर से जो रिपोर्ट कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पास सूची सौंपी गई है। उसकी पड़ताल की जा रही है। संगठन के सहायक आयुक्त सुमन सौरभ ने बताया कि अपनी फैक्ट्री में कर्मचारी की संख्या को कम दिखना बहुत बड़ा अपराध है। बेला के अलावा दूसरे इलाके में संचालित फैक्ट्री या कंपनी की जांच होगी। यह पता किया जाएगा कि कोई मजदूर की संख्या तो नहीं छिपा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सूची के हिसाब से कोई मजदूर घायल या मरा होगा तो उसको अतिरिक्त राशि का लाभ मिलेगा। आज एक टीम वहां पर जाकर कर्मचारी की पड़ताल में जुटे हैं।


कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पास इनके हैं नाम
कमल कुमार झा, विकास कुमार झा, सोहन महतो, अंजन कुमार रौशन, विकास कुमार यादव, कंचन कुमार आचार्य, संतोष कुमार, ललन यादव, कुणाल शंकर, सरवन कुमार, पवन कुमार चंद्रवंशी, दिव्यज्योति राय, पंकज कुमार, नवीन कुमार गुप्ता, एमडी जाहिद इमाम अंसारी, राजीव कुमार, पंकज कुमार, दिग्विजय कुमार ङ्क्षसह, अर्जुन कुमार, मनु कुमार सि‍ंह , अवनीश कुमार, संजीव साहा, रंजन कुमार ठाकुर, कुंदन कुमार, सुभाष कुमार, दीपू, सूरज कुमार साह, करण कुमार, वेद प्रकाश त्रिपाठी, मि_ू महतो, पंकज कुमार, ओम प्रकाश पांडेय।


तीस दिनों के अंदर मुआवजा नहीं देने पर होगी कार्रवाई
बेला औद्योगिक क्षेत्र में बायलर विस्फोट के मृतकों के स्वजनों को 30 दिनों के अंदर मुआवजा देना होगा। भुगतान नहीं होने पर श्रम विभाग फैक्ट्री मालिक पर जुर्माना करेगा। उप श्रमायुक्त अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हादसे में अपंग हो चुके मजदूरों के स्वजन को भी मुआवजा देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है।


एक कारखाना निरीक्षक पर तीन जिले की जिम्मेदारी
एक कारखाना निरीक्षक के उपर तीन जिले की जिम्मेदारी है। मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी व शिवहर जिले में उद्योगों की संख्या के आधार पर एक अधिकारी की नियुक्ति की गई है। इन तीन जिलों में संचालित फैक्ट्रियों की जांच मुख्यालय द्वारा टीम गठित कर कराई जाती है। टीम समय-समय पर फैक्ट्रियों की जांच करती है। वहीं प्रदेश स्तर पर दो बायलर इंस्पेक्टर एवं एक बॉयलर चीफ का पद है। फिलहाल एक बायलर चीफ पर सब जिम्मेदारी है। मुजफ्फरपुर में संजय पाल फैक्ट्री इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त हैं। उन्होने कहा कि मुख्यालय द्वारा गठित टीम समय-समय पर फैक्ट्रियों की जांच करती रहती है।

INPUT: JNN

Share This Article.....

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *