मुजफ्फरपुर : कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद भी बसों में गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। अनदेखी से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। यात्री बिना मास्क सफर कर रहे हैं। चेतावनी और सख्ती के बाद भी चालक व कंडक्टर मास्क नहीं लगा रहे हैं।
बसों में यात्री बिना मास्क सफर कर रहे हैं। शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं हो रहा है। बस पड़ाव पर उतरकर यात्रियों के जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बिना रोक-टोक जाने से संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है। बैरिया पड़ाव से करीब 200 से अधिक बसों का परिचालन होता है। दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा, जयपुर, सिलीगुड़ी, रांची, टाटानगर आदि के लिए करीब चार दर्जन से अधिक बसों का परिचालन होता है। वहीं पटना, हाजीपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, बेतिया, मोतिहारी, मधुबनी, जयनगर, सीतामढ़ी, शिवहर, बेगूसराय समेत विभिन्न जिलों के लिए भी बसें चलती हैं। इन जगहों से आने वाले यात्रियों की जांच नहीं होना संक्रमण को दावत देने जैसा है।
यात्रियों की नहीं होती जांच, संक्रमण का खतरा
अन्य प्रदेशों और जिलों से यहां आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच नहीं हो रही है। बैरिया बस पड़ाव से उतरकर प्रतिदिन सैकड़ों यात्री शहर से लेकर सुदूर गांव तक जाते हैं। ऐसे में अगर कोई यात्री वायरस से ग्रसित हो तो फैलने की आशंका है। यही स्थिति बिहार राज्य पथ परिवहन डिपो की है। यहां जांच की व्यवस्था नहीं होने से संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।