नूडल्स फैक्ट्री के बॉयलर विस्फोट से 38 दिन पहले सीनियर बॉयलर ऑपरेटर ललन यादव (मृतक) ने मैनेजर को पत्र लिखकर बॉयलर में फाॅल्ट से अवगत कराया था। फिर भी बायलर को ठीक या बंद कराने की पहल फैक्ट्री मालिक व मैनेजर ने नहीं की। ऑपरेटर द्वारा मैनेजर को लिखे पत्र की फोटो कॉपी मृतक के पुत्र विकास यादव ने शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों को उपलब्ध कराई है।
19 नवंबर को फैक्ट्री के मैनेजर को संबोधित कर ललन ने आवेदन में लिखा था कि वह फैक्ट्री में सीनियर बॉयलर ऑपरेटर हैं। बॉयलर के दोनों सेफ्टी वाॅल्व खराब हो गए हैं। उन्हाेंने कहा था, इसे चेंज करने की जरूरत है या बनवाने की जरूरत है। बॉयलर कभी भी फट सकता है…।
मृतक के पुत्र की ओर से पुलिस को सौंपा पत्र पुलिस जांच का अहम हिस्सा हो गया है। पुलिस अधिकारी का कहना है, पत्र को केस डायरी में लिया जाएगा। बॉयलर चलाने की जवाबदेही सारण के रसूलपुर के ललन की ही थी। विकास परिजनों के साथ मुजफ्फरपुर में हैं। श्रम अधीक्षक काे भी उन्होंने स्थिति से अवगत कराया है और मुआवजे की मांग की है। उन्हाेंने बेला थानाध्यक्ष को लिखित जानकारी देते हुए कहा, घटना में मालिक व मैनेजर की लापरवाही है।
आराेपिताें की गिरफ्तारी को पुलिस कर रही छापेमारी : ब्लास्ट के आराेपिताें की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। गुरुवार की रात मैनेजर व मालिक के ठिकानाें पर छापेमारी की गई। थानेदार ने बताया, विशेष टीम अन्य जिले के साथ अन्य प्रदेशाें में भी छापेमारी कर रही है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के साथ शहर से बाहर जाने वाली बसाें पर नजर रखी गई है।
पड़ोसियों के आवेदन पर भी फैक्ट्री मालिक पर एफआईआर
अंशुल स्नैक्स एंड वेबरेज फैक्ट्री में बाॅयलर ब्लास्ट के बाद आठ किमी तक दहल उठा था। दाे किमी तक के घराें की खिड़की व दीवार के कांच टूट गए थे। ब्लास्ट से क्षतिग्रस्त मकानाें के मालिक मुआवजे काे लेकर फैक्ट्री मालिक पर एफआईआर करा रहे हैं। शुक्रवार काे बेला निवासी धीरज कुमार व नीरज कुमार ने एफआईआर कराई है। थानेदार कुुंदन कुमार ने बताया, एफआईआर दर्ज की गई है।
INPUT: bhaskar