पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. जनता दरबार में कुक समेत कई फरियादी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जानकारी के अनुसार, खाना बनाने आए होटल मौर्या के 5 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं, अपनी समस्याओं के निदान की आस में जनता दरबार पहुंचे 6 फरियादी भी कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं.
इसकी जानकारी मिलते ही सभी संक्रमितों को तत्काल प्रभाव से क्वारंटीन कर दिया गया है. बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले अचानक से काफी बढ़ने लगे हैं. कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच कोरोना संक्रमण में वृद्धि ने शासन-प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं.
बढते हुए कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मा.मुख्यमंत्री @NitishKumar जी से आग्रह है कि जनता दरबार कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित रखा जाए,राज्यहित में यह कारगर फैसला होगा।
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) January 3, 2022
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अक्सर ही अपने बयानों को लेकर चार्चा में रहते हैं. इस बार प्रदेश के पूर्व सीएम ने बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री से एक मांग कर डाली है. उन्होंने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जनता दरबार को बंद करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह राज्यहित में होगा. जीतन राम मांझी पिछले कुछ समय से लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे वह सुर्खियों में बने रहते हैं. अब देखना यह है कि जनता दरबार बंद करने की उनकी मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या फिर उनकी पर्टी की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है.
दरअसल, बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसे देखते हुए जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जनता दरबार का आयोजन बंद करने की मांग की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह है कि जनता दरबार कार्यक्रम फिलहाल स्थगित रखा जाए. यह राज्यहित में कारगर फैसला होगा.’
3 जनवरी से किशोरों को भी कोरोना का टीका
देशभर में 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के किशोरों के कोरोना वायरस टीकाकरण का अभियान 3 जनवरी से शुरू हो रहा है. बिहर में भी किशोरों को COVID-19 का टीका सोमवार से प्रारंभ हो रहा है. इसका उद्देश्य लाखों किशोरों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाना है. विशेषज्ञों का कहना है कि फरवरी में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आ सकती है. हालांकि, उससे पहले ही बिहार में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में जबर्दस्त वृद्धि देखी जा रही है. ऐसे में 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के किशोरों को भी कोरोना वैक्सीन देने की शुरुआत की गई है.
INPUT: News18