पटना। बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए मंगाए गए ड्रोन अब एक और बड़े मकसद में इस्तेमाल किए जाएंगे। शराबियों और शराब तस्करों पर निगरानी के बाद अब नक्सलियों के खिलाफ चलाए जाने वाले आपरेशन में भी ड्रोन की मदद ली जाएगी।
पुलिस मुख्यालय की ओर से बिहार एसटीएफ को जल्द ही दो अत्याधुनिक ड्रोन मिलने वाले हैं। इस संबंध में आदेश जारी किया जा चुका है। एसटीएफ को मिलने वाले ड्रोन कैमरों से नक्सली आपरेशन में बड़ी मदद मिलेगी। इससे नक्सलियों के ठिकानों की रेकी भी की जा सकेगी। जंगलों में छिपकर घात लगाए नक्सलियों की टोह लेना अक्सर बहुत मुश्किल होता है। खुफिया तंत्र भी इसमें फेल हो जाता है। कई बार तो खुफिया सूचना के चक्कर में सुरक्षा बल नक्सलियों के ही जाल में फंस जाते हैं। अब ड्रोन के जरिए ऐसी संभावना न्यून हो सकेगी।
रात के वक्त भी तस्वीरें और वीडियो लेने में सक्षम होंगे ये ड्रोन
नक्सलियों के खिलाफ जंगली इलाकों, पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में भी ड्रोन कैमरे की मदद से आपरेशन आसान होगा। ड्रोन में लगे कैमरे की तस्वीरों से आपरेशन के सही ठिकाने का पता लगाना आसान होगा। इससे जवानों को भी नक्सली गतिविधियों की जानकारी जुटाना आसान होगा। सबसे अहम बात कि इन ड्रोन कैमरों में नाइट विजन कैमरा होगा यानी रात के समय आपरेशन में भी ड्रोन की मदद से तस्वीरें और वीडियो देखे जा सकेंगे।
एक दर्जन से अधिक ड्रोन खरीदने की योजना पर हो रहा है काम
पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत मद्य निषेध विभाग, एसटीएफ आदि को एक दर्जन से अधिक ड्रोन दिए जाने हैं। इसके लिए एजेंसी चयन का काम फिलहाल चल रहा है। पिछले सप्ताह से ही मद्य निषेध विभाग ने भी ड्रोन कैमरे की मदद से शराब के खिलाफ आपरेशन शुरू किया है। राघोपुर, दियरा इलाके में छापेमारी भी की गई है। जल्द ही ड्रोन की संख्या और बढ़ाई जाएगी।
INPUT: JNN