मुजफ्फरपुर में समस्तीपुर मंडल कारा के डॉक्टर अजय कुमार चौधरी का पैड और उनका रजिस्ट्रेशन नम्बर इस्तेमाल करने का मामला सामने आया है। इस फर्जीवाड़े की शिकायत डॉक्टर ने शनिवार को काजीमोहम्मदपुर थाना में की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर राजेश कुमार को रामदयालु से हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस संबंध में डॉक्टर अजय ने FIR दर्ज करने को आवेदन दिया है। जिसमे बताया कि पांच साल से एक झोला छाप डॉक्टर उनके पैड और रजिस्ट्रेशन नम्बर का इस्तेमाल कर मरीजों का इलाज कर रहा था। इसका पता उन्हें शनिवार को लगा। जब पंखा टोली स्थित उनके आवास व क्लिनिक पर कुढ़नी की चूलिया देवी इलाज़ के सिलसिले में आई।
जब उसने पुराना पुर्जा दिखाया तो वे चौंक गए। वह पैड और रजिस्ट्रेशन नम्बर उनका था। जब उन्होंने महिला से पूछा कि ये किसने दिया है। तो उसने कहा कि माधौल में एक डॉक्टर हैं। उन्हीं से इलाज़ करवा रही थी। जब ठीक नही हुआ तो पैड पर लिखे पते पर पहुंची। तब मामला उजागर हो गया।
मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल में भी थे कार्यरत
डॉक्टर चौधरी ने बताया कि पहले वे मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल में भी कार्यरत थे। इसके बाद उनका तबादला समस्तीपुर मंडल कारा में हो गया। आवास पर भी क्लिनिक है। जहां कभी कभी आते हैं तो मरीजों को देख लेते हैं। वे हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं।
15 साल से कर रहा प्रैक्टिस
इधर, आरोपी डॉक्टर ने बताया कि वह पिछले 15 साल से प्रैक्टिस कर रहा है। उसे प्रभात नाम के व्यक्ति ने 15 सौ रुपये लेकर ये पैड बनवाकर दिया था। इसी पर वह मरीजों को दवाई और प्रिस्क्रिप्शन देता था। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली। अब उसके सर्टिफिकेट की भी जांच की जा रही है। हालांकि उसके पास कोई सर्टिफिकेट नहीं होना बताया गया है। थानेदार सत्येंद्र सिन्हा ने बताया कि FIR दर्ज कर आगे की करवाई की जा रही है।
INPUT: Bhaskar