अगर आपका एंटीजन कीट से जांच में रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आता है तो स्वास्थ्य विभाग उसका RTPCR नहीं कराएगी। सरकार ने मुजफ्फरपुर समेत सभी जिलों को ये निर्देश दिए हैं। इसके आलोक में सिविल सर्जन डॉ.विनय शर्मा ने सभी कर्मियों को इससे अवगत करा दिया है। उन्होंने बताया कि एंटीजन में अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आता है तो इसे सही मानकर इलाज़ किया जाएगा। जो व्यक्ति इच्छित होंगे। वही RTPCR जांच कराएंगे। लेकिन, एंटीजन का सैम्पल अब लैब में नहीं भेजा जाएगा। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीज को मेडिकल कीट उपलब्ध करा दी जाएगी।
उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। अगर स्थिति गम्भीर होगी तो कोविड केअर सेंटर में भर्ती किया जाएगा। वैसे अभी सदर अस्पताल और SKMCH में RTPCR जांच किया जा रहा है। जिन्हें ये जांच करवानी है, वे खुद से जाकर करवा रहे हैं। अब सिर्फ ओमिक्रोन के जांच के लिए सैम्पल को पुणे स्थित लैब में भेजा जाता है। वो भी उसी मरीज का सैम्पल भेजते हैं, जिसमें लक्षण अधिक और गम्भीर मालूम पड़ते हैं।
पांच दिन की मिलती है दवा
CS ने कहा कि पॉजिटिव आने के बाद मरीजों को पांच दिन की दवा मेडिकल कीट के साथ दी जाती है। कॉल सेंटर से प्रतिदिन उनके मोबाइल पर दो बार कॉल कर हालचाल लिया जाता है। इस दौरान अगर लगेगा कि मरीज की समस्या बढ़ गयी है तो फौरन एम्बुलेंस भेजकर उसे भर्ती किया जाएगा।
दो दिन पर मेडिकल टीम भेजने का निर्देश
मुख्यालय ने सूबे के सभी CS को निर्देश दिया है कि हर दो दिन पर मरीजों का हाल जानने के लिये टीम को उसके घर भेजें। मेडिकल वैन भी भेजें। मरीजों से बारीकी से उनसे लक्षण सम्बन्धित जानकारी लें। ताकि उसी अनुसार आगे का इलाज किया जा सके। CS ने कहा कि मरीजों को दो मेडिकल कीट देने का निर्देश है। एक कीट अस्पताल या जांच केंद्र से मिलती है तो दूसरी मुख्यालय से भेजी जाती है, जो डाक के माध्यम से उनके घर पहुंचेगा।
INPUT: Bhaskar