मुजफ्फरपुर में ग्रामीण इलाकों में कोरोना जांच की रफ्तार काफी धीमी है। इसमें PHC स्तर से शिथिलता बरतने का मामला भी सामने आया है। इसे देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. विनय शर्मा ने सभी PHC प्रभारियों को निर्देश देते हुए जांच का दायरा हर हाल में बढ़ाने को कहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक PHC पर प्रतिदिन कम से कम 300 लोगों की जांच की जाए। अगर इसमें शिथिलता बरती जा रही है या जाएगी तो कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अगर लोग PHC तक आने में आनाकानी करते हैं। तो स्वास्थ्य विभाग की टीम एक एरिया को चुने। जहां अधिक आबादी हो, या लगे कि यहां पर अधिक केस हो सकते हैं। वहां कैम्प लगाकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मदद से लोगों की जांच सुनिश्चित कराएं।
200 का आंकड़ा भी नहीं छू पा रहा विभाग
ग्रामीण क्षेत्रो में सकरा, मीनापुर, कांटी समेत अन्य इलाकों में कोरोना के नए मरीज सामने आये हैं। लेकिन, यहां पर 200 लोगों की जांच का आंकड़ा भी विभाग नहीं छू पा रहा है। 150 तक जाते-जाते सिमट जा रहा है। इसे हर हाल में बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
जागरूकता के लिए करें माइकिंग
CS ने कहा कि अभी शहर में पांच जगहों पर नगर निगम की गाड़ी से माइकिंग कर कोरोना जांच और इससे बचाव को लेकर माइकिंग कराया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में भी इसकी व्यवस्था कराने को कहा गया है। सभी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है। अपने-अपने क्षेत्र में माइकिंग कर लोगों को जांच के प्रति जागरूक करें।
अभी क्वारैंटाइन सेंटर पर विचार नहीं
CS ने कहा कि अभी वैसी स्थिति नहीं है कि मरीजों के लिए क्वारैंटाइन सेंटर की आवश्यकता पड़े। होम आइसोलेशन में ही मरीज स्वस्थ्य हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम उनका ख्याल रख रही है। अगर जरूरत पड़ेगी तो कोविड केअर सेंटर भी है और सभी PHC में भी अलग से 10-10 बेड का वार्ड बना है। वहां पर भी गम्भीर मरीजों को भर्ती किया जाएगा।
INPUT: Bhaskar