जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ने से रोकने के लिए सदर अस्पताल में बने कंट्रोल रूम से पॉजिटिव मरीजों को फोन कर उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। इस दौरान पॉजिटिव मरीज कंट्रोल रूम के कर्मी को अजीबो-गरीब जवाब दे रहे हैं। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कॉल के दौरान कोई अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देता है, तो कोई राशन नहीं मिलने, वृद्धा पेंशन नहीं मिलने की शिकायत करता है।
तो कई लोग वैक्सीनेशन की जानकारी मांगने लगता है। आइसोलेशन में रहने वाले कई लोग गुटका खाने की बात पूछ रहे हैं। मरीजों के इस अजीबो-गरीब जवाब से कंट्रोल रूम में कार्यरत कर्मचारी और अधिकारी हैरत में हैं। इसके बाद रजिस्टर पर उनके नाम के सामने नो रिस्पॉन्डिग लिख दिया जाता है।
कंट्रोल रूम में तैनात कर्मी ने बताया कि 25 से 30% लोग सैंपल देने के दौरान अपना मोबाइल नंबर गलत लिखा देते हैं। वहीं, कई लोग दूसरे का मोबाइल नंबर दे देते हैं। जिससे उन लोगों से संपर्क नहीं हो पाता। वहीं, 25% लोग अनर्गल बात करते हैं और फोन काट देते हैं।
मोतीपुर के एक पॉजिटिव मरीज को फोन कर कंट्रोल रूम के कर्मी ने उसका कुशल क्षेम पूछा। कांटेक्ट में आए लोगों के बारे में पूछने पर मरीज बात को इधर-उधर घुमाने लगा। मरीज पूछने लगा कि वह रोज सुबह में गुटका खाता है। इससे कोई नुकसान तो नहीं होगा। इसी प्रकार एक कोरोना पॉजिटिव मरीज ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कॉल करने पर कहा कि उसे राशन अभी तक नहीं मिला है। जबकि एक पॉजिटिव मरीज ने कहा कि उन्हें 3 महीने से वृद्धा पेंशन नहीं मिल पाया है। मुझे पेंशन दिलाई जाए।
INPUT: Bhaskar