मुजफ्फरपुर: कभी चौका-बर्तन व मजदूरी कर जीवन चलाने वाली मुजफ्फरपुर की कुढऩी निवासी इंदू देवी आज चर्चित चेहरा बन गई हैं।
उनके गाने इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। उनकी प्रसिद्धि देख विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्हें स्टार प्रचारक बनाया है। वे वहां अपने गीतों के माध्यम से प्रचार करेंगी। गीत-संगीत, नुक्कड़ नाटक और मंचों से प्रचार अभियान में शामिल होंगी। चुनाव संबंधित गानों को वे स्वयं लिख रही हैं। करीब आधा दर्जन गीत लिख चुकी हैं।
भजन-कीर्तन से शुरू हुई गाने की शुरुआत
इंदू गरीब परिवार की हैं। ससुराल में आर्थिक तंगहाली और पति नरेश दास के अस्वस्थ होने से परिवार का भरण-पोषण मजदूरी कर हो पाता था। पारिवारिक समस्याओं से घिरीं इंदू गांव के कुछ लोगों के सहयोग से निरंकारी संत समागम से जुड़ गईं। उन्हें अलग-अलग शहरों में होनेवाले आयोजन में भजन-कीर्तन का अवसर मिला। इससे उनकी झिझक दूर हुई। वे वर्ष 2007 में बिहार सरकार की शिक्षा परियोजना से जुड़ीं और काम भर का पढऩा-लिखना सीख गईं।
अक्षर ज्ञान होने के बाद भोजपुरी और बज्जिका में खुद गीत लिख गाने लगीं। आम जीवन व लोगों से जुड़े गीत होने के कारण गायिकी से क्षेत्र में पहचान बनने लगी। इससे प्रभावित होकर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने बाल विवाह व दहेज प्रथा उन्मूलन और नशामुक्ति अभियान में शामिल होने का मौका दिया। बीते 29 दिसंबर को समाज सुधार अभियान के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर आए तो यहां कार्यक्रम में उन्होंने एक ‘गंजेड़ी गांजा पीके चिलम दिया लहराई हो…’ गाकर सबका मन मोह लिया था। उनका यह गाना इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुआ।
इंदू ने बताया कि पटना में मुलाकात के बाद वीआइपी के मुखिया और मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। साथ ही गानों के जरिये यूपी में प्रचार की जिम्मेदारी दी। प्रचार में गाने के लिए उन्होंने आधा दर्जन गीत लिखे हैं। इसमें ‘मुकेश मलहवा करईअ तोहसे विनतिआ रे जान…’ और ‘हम हूत हईं ए पीएम चाचा यूपी-बिहार के ललनवा रे जान…’ समेत अन्य हैं। प्रचार में उनके साथ आठ-10 सदस्यों की टीम रहेगी।
INPUT: JNN