मुजफ्फरपुर में कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के दौरान रविवार को जमकर विवाद हुआ। मोतीझील रमा बाजार के पास दुकानदारों ने जमकर हंगामा किया। जांच करने वाले पदाधिकारी और टीम को बंधक बनाकर बैठा लिया। सूचना मिलने पर टाउन थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। दुकानदारों को समझाकर शांत कराया और पदाधिकारियों को वहां से निकाला गया। इस दौरान राजद नेता वसीम अहमद मुन्ना ने भी पहुंचकर मामले को शांत कराया।
बताया गया कि रविवार को कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए टीम शहर में जांच अभियान चला रही थी। इसी दौरान टीम को सूचना मिली कि मोतीझील इलाके में कई दुकानदार कोविड प्रोटोकॉल को धज्जियां उड़ा रहे हैं। बगैर मास्क के दुकानदारी की जा रही है। दुकान के बाहर गोल घेरा भी नहीं बनाया गया है।
50 की जगह हज़ार का चालान काटने पर फूटा गुस्सा
जब टीम उक्त जगह पर जांच को पहुंची तो पाया कि सही में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है। दुकान पर ग्राहकों की भीड़ है। गोल घेरा भी नहीं बना है। कुछ तो बगैर मास्क के हैं। इसके बाद एक-एक हज़ार रुपये का चालान काटकर दुकानदारों को थमा दिया गया। यह देखते ही दुकानदार भड़क उठे।
जमकर विवाद और नोकझोंक
इसके बाद दुकानदार और टीम के बीच जमकर विवाद होने लगा। दुकानदारों का कहना था कि 50 रुपये का चालान काटना चाहिए। एक हज़ार रुपये किस बात के। इसे लेकर नोकझोंक शुरू हो गयी। बात हाथापाई तक पहुंच गई। इसके बाद सभी दुकानदार एकजुट हो गए और हंगामा करने लगे।
वरीय पदाधिकारियों को बुलाने पर अड़े
दुकानदारों ने टीम को बंधक बना लिया। कहा कि जबतक वरीय पदाधिकारी नहीं आएंगे। कोई यहां से नहीं जाएगा। दुकानदार विक्की ने बताया कि टीम में शामिल पदाधिकारियों ने दुकानदारों के साथ बदसलूकी की है। जिसका वीडियो भी है। एक पदाधिकारी ने दुकानदार के साथ हाथापाई भी की। उसका कॉलर पकड़कर बाहर खींचा। इसी को लेकर दुकानदार आक्रोशित हुए हैं।
बंधक बनाने वालों पर हो रही FIR
जिन पदाधिकारी को बंधक बनाया था उनका नाम विवेक कुमार है और वे अपर नगर आयुक्त हैं। हालांकि उन्होंने इस मामले पर बोलने से इंकार कर दिया। वहीं SDO पूर्वी ज्ञान प्रकाश ने बताया कि पुलिस ने उन्हें मुक्त करा लिया है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने और सरकारी काम में बाधा डालने वाले के खिलाफ टाउन थाना में FIR दर्ज कराई जा रही है।
INPUT: Bhaskar