प्रसिद्ध कथक नर्तक (Kathak Dancer) पंडित बिरजू महाराज (Birju Maharaj) का 83 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) से सम्मानित बिरजू महाराज का निधन हार्ट हटैक (Heart Attack) की वजह से हुआ है.
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बताया जा रहा है कि उन्होंने रविवार और सोमवार की मध्यरात्रि को अंतिम सांस ली. इस बात की जानकारी उनके पोते स्वर्ण मिश्रा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी. उनके निधन पर कई हस्तियों और राजनीतिक नेताओं ने शोक प्रकट किया है.
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भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति! pic.twitter.com/PtqDkoe8kd
— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने ट्विटर पर लिखा, ‘भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं.’
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पंडित बिरजू जी महाराज भारत की कला और संस्कृति के प्रवर्तक थे. उन्होंने कथक नृत्य के लखनऊ घराने को दुनिया भर में लोकप्रिय बनाया. उनके निधन से गहरा दुख हुआ है. उनका निधन कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना.’
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सिंगर अदनान सामी (Adnan Sami) ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने लिखा, ‘महान कथक नर्तक-पंडित बिरजू महाराज जी के निधन की खबर से अत्यंत दुखी हूं. हमने प्रदर्शन कला के क्षेत्र में एक अद्वितीय संस्थान खो दिया है. उन्होंने अपनी प्रतिभा से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है. उनको शांति मिले.’
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भारतीय लोक गायिका मालिनी अवस्थी (Malini Awasthi) ने भी बिरजू महाराज के निधन पर दुख प्रकट किया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘आज भारतीय संगीत की लय थम गई. सुर मौन हो गए. भाव शून्य हो गए. कत्थक के सरताज पंडित बिरजू महाराज जी नही रहे. लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई. कालिकाबिंदादीन जी की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसरित करने वाले महाराज जी अनंत में विलीन हो गए. आह! अपूर्णीय क्षति है यह.’





