मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल कांड में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। आई हॉस्पिटल और इलाज से जुड़े सभी कागज़ात को पुलिस ने जांच के लिए जब्त करने की कवायद शुरू कर दी है। SSP जयंतकांत और सिविल सर्जन डॉ. विनय शर्मा ने मंगलवार शाम को आई हॉस्पिटल पहुंचकर छानबीन की। वहां के कर्मियों से कई बिन्दुओ पर पूछताछ भी की। हालांकि अभी आई हॉस्पिटल सील है।
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यहां अब किसी मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है। डॉक्टर भी नहीं आते हैं। बता दें कि 22 नवंबर को 65 मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था। लेकिन, इन्फेक्शन के कारण 15 मरीजों को अपनी एक-एक आंख गंवानी पड़ी थी और 24 मरीजों को इन्फेक्शन हुआ था। इस मामले में सिविल सर्जन ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर समेत कर्मियों पर इलाज़ में लापरवाही का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराया था। जिसकी जांच पुलिस कर रही है।
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SSP ने बताया कि कागज़ात से कई बातों का पता लगेगा। दरअसल जांच के कुछ अहम बिंदु हैं। जिसमे सबसे पहले है कि 22 नवंबर को जो ऑपरेशन हुआ था। उस दिन कौन-कौन डॉक्टर थे। कितने कर्मी थे। कागज़ात से इसका पता लगेगा। दूसरा है कि क्या हॉस्पिटल मानक के अनुसार चल रहा था। जैसा कि पता लगा है कि हॉस्पिटल का अनुबंध रदद् हो चुका है। अब ये देखना है कि आखिर ये कैसे संचालित हो रहा था। फण्ड कहाँ से आ रहे थे। ऑपरेशन के दौरान क्या मानक का पालन किया गया था अथवा नहीं।
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जब मरीजों की आंखे खराब होने लगी तो क्या जिला प्रशासन को हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से जानकारी दी गयी या नहीं। इन तमाम बातों पर पुलिस जांच कर रही है। इसी से पता लगेगा कि लापरवाही किस स्तर पर बरती गई थी। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।





INPUT: Bhaskar
