दुर्घटनाओं से लेकर अपराधिक वारदातों तक पर नजर रखने के लिए जो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए वहीं चोरी हो गए. यह मामला पटना स्थित जेपी सेतु का है. यहां निगरानी के लिए 12 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. जिनमें से 10 कैमरे अब तक कर चोरी हो चुके हैं. हालांकि पुलिस के पास इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि केंद्रों की चोरी कब हुई और किसने की.
जेपी सेतु पर जो कैमरे लगाए गए थे. उन कैमरा से मिलने वाली तस्वीरों को गांधी मैदान स्थित कैमरा कंट्रोल रूम और आईजी और एसएसपी कार्यालय के पास मौजूद है. इसके बावजूद अब तक के मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है. गांधी मैदान स्थित कैमरा कंट्रोल रूम के जरिए ही पटना के अलग-अलग इलाकों में लगाए गए.
कैमरा की मॉनिटरिंग की जाती है और जेपी सेतु पर मॉनिटरिंग के लिए ही 12 कैमरे लगाए गए थे, लेकिन इनमें से 10 कैमरे अपने लोकेशन को बंद बता रहे हैं. पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो जांच की गई और जांच में यह बात सामने आई है कि केवल दो कैमरे ही जेपी सेतु पर काम कर रहे हैं.
जेपी सेतु पर लगे कैमरों को निशाना किसने बनाया जो इसे निकाल कर ले गया. फिलहाल यह जानकारी तो सामने नहीं आ पाई है. लेकिन एक बात जरूर है कि अगर पटना पुलिस असामाजिक तत्वों पर निगरानी के लिए कैमरा लगाती है तो इसके बावजूद ऐसे तत्व बजाने वाले नहीं हैं और वह कैमरों को ही निशाना बना लेते हैं.
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