मुजफ्फरपुर। दिल्ली के करोलबाग स्थित कात्यायनी बालिका गृह से सिकंदरपुर की दोनों नाबालिग बच्चियों को लेकर शुक्रवार को जिला पुलिस की टीम शहर लौटी। बच्चियों की उम्र 12 व 15 साल है।
पुलिस टीम दोपहर बाद उनका 164 का बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट पहुंची।
अधिवक्ता विकास कुमार राणा का कहना है कि दोनों बच्चियों के गायब होने का मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़ता दिख रहा है, लेकिन कोर्ट में दोनों का बयान खुलने के बाद ही कुछ स्पष्ट किया जाएगा। वहीं, बरामद एक बच्ची की मां ने बताया कि उसकी बच्ची का अपहरण नहीं हुआ है। डांट-फटकार लगाने पर वह घर से भागी थी।
नगर थानेदार अनिल कुमार का कहना है कि बच्चियों के 164 का बयान खुलने के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा। मालूम हो कि बीते 21 नवंबर की शाम दोनों बच्चियां घर से गायब हो गई थीं। 50 दिन बाद परिजनों ने नगर थाने में अपहरण की एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस का कहना है कि दोनों बच्चियां दिल्ली में लावारिस हालत में सड़क पर घूमती हुई मिली थीं। इसके बाद उनको बालिका गृह भेज दिया गया था।
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