मुजफ्फरपुर। बेला औद्योगिक क्षेत्र के फेज 2 स्थित स्नैक्स फैक्ट्री में बॉयलर विस्फोट से सात मजदूरों की मौत हुई थी। इसके बावजूद जिले में बॉयलरों की जांच नहीं हो पा रही है।
टीम में शामिल अधिकारी एक बार फिर शुक्रवार को बॉयलर की जांच नहीं कर सके।
इस संबंध में बताया गया कि बॉयलर निरीक्षक केपी सिंह को मुख्य रूप से जांच करनी है। वे जांच के लिए मुजफ्फरपुर नहीं आ पा रहे हैं। इस कारण अबतक केवल एक ही बॉयलर की जांच हो सकी है। सात जनवरी के बाद से बॉयलर की जांच नहीं हो सकी है। जांच की बेहद धीमी गति से जिले के सभी 35 बॉयलरों की जांच में लंबा समय लगने के आसार जताए जा रहे हैं। इससे फैक्ट्री संचालकों को बॉयलर को दुरुस्त करने का मौका मिल रहा है। फैक्ट्री संचालक बॉयलर से जुड़े कागजात व लाइसेंस भी अपडेट करा रहे हैं। इस संबंध में जिला उद्योग केंद्र के जीएम परिमल कुमार सिन्हा ने बताया कि चार सदस्य टीम को बॉयलर की जांच करनी है। टीम में शामिल दो अधिकारी पटना में रहते हैं। कोरोना व अन्य कारणों से जांच में देरी हो रही है।
विदित हो कि 26 दिसंबर को बॉयलर फटने की घटना के बाद जिला प्रशासन ने 29 दिसंबर को जिले के सभी बॉयलर की जांच के लिए टीम गठित की थी। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक के अध्यक्षता में बनी टीम में बॉयलर निरीक्षक कारखाना निरीक्षक अग्निशमन अधिकारी एवं बियाडा के एरिया इंचार्ज शामिल किए गए हैं।
INPUT:Hindustan