मुजफ्फरपुर। निगम प्रशासन निजी निर्माण के मलबों पर कार्रवाई कर रहा है, लेकिन शहर की सड़कों पर पसरे सरकारी निर्माण के मलबों पर आंखें मूंदे बैठा है। चौतरफा सड़क-नाला निर्माण के दौरान निकले मलबा को हटाने के लिए निगम की कार्रवाई सुस्त है। इससे शहरवासियों का राह चलना मुश्किल हो रहा है।
निजी मलबा को हटाने की कार्रवाई को लेकर अंचल निरीक्षक व वार्ड जमादारों को निगम प्रशासन की ओर से निर्देश दिया गया है। इसके तहत शनिवार को अंचल निरीक्षक व वार्ड जमादारों को शपथ पत्र जमा करना होगा। इसमें इस बात का जिक्र करना है कि उनके संबंधित क्षेत्र में निजी निर्माण से जुड़ा मलबा नहीं है। शुक्रवार को जारी इस निर्देश के तहत कहा गया कि यदि मलबा है तो इसे जल्द हटाया जाए।
बता दें कि सी एंड डी (कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन) वेस्ट को लेकर पिछले एक सप्ताह से मलबा उठाने का काम जारी है। हालांकि, सरकारी निर्माण कार्य के दौरान पड़े मलबा को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बता दें कि प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से मिली गाइडलाइन के अनुसार शहर की सड़कों से मलबा खाली करना है।
चार माह पहले तोड़ा गया स्लैब अबतक नहीं हटाया
हाल में निजी मलबा को लेकर निगम की ओर से जुर्माना तक की कार्रवाई की गई है, लेकिन चौतरफा सड़क-नाला निर्माण के दौरान निकले मलबा पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। मिठनपुरा रोड, स्टेशन रोड, मालगोदाम चौक, बैरिया से लक्ष्मी चौक, तिलक मैदान रोड, हरिसभा रोड, मोतीझील, सूतापट्टी जैसे भीड़-भाड़ वाले बाजार में मलबे के ढेर हैं। राहगीरों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। माड़ीपुर से बटलर रोड में नाला सफाई के नाम पर चार महीने पहले निगम की ओर से स्लैब को तोड़ा गया था। चक्कर चौक से लेकर माड़ीपुर रोड में अब भी स्लैब का मलबा सड़क किनारे पड़ा है।
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