बिहार में बिजली का कनेक्शन लेना अब पहले से ज्यादा महंगा होगा। बिजली कंपनियों ने सीजनल कनेक्शन चार्ज में 5 से 30 फीसदी तक इजाफा करने का फैसला किया है। बिजली कंपनी की तरफ से बिहार विद्युत विनियामक आयोग को इस बाबत एक प्रस्ताव दिया गया है। आयोग की मंजूरी मिलने के बाद अप्रैल महीने से बढ़ी हुई दरें लागू हो जाएंगी। बिजली कंपनियों की तरफ से दिए गए प्रस्ताव के मुताबिक सीजनल कनेक्शन कम से कम 3 महीने और अधिकतम एक साल से कम अवधि के लिए दिए जा पाएंगे।
कंपनी की तरफ से दिए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि अगर कोई साल भर में केवल 3 महीने के लिए ही बिजली कनेक्शन लेना चाहता है तो उन्हें सामान्य बिजली दर के अलावे 30 फीसदी ज्यादा राशि देनी होगी। यह राशि उसी श्रेणी के मुताबिक वसूली जाएगी जिस श्रेणी में उपभोक्ता बिजली कनेक्शन लेंगे।
इतना ही नहीं अगर कोई 3 महीने से 6 महीने के बीच का कनेक्शन लेगा तो उसे सामान्य बिजली दर के अलावे 20 फ़ीसदी अतिरिक्त राशि देनी होगी। 6 महीने से अधिक और 9 महीने तक के लिए कनेक्शन लेने पर 15 फ़ीसदी अतिरिक्त राशि देनी होगी। प्रस्ताव में अधिक से अधिक के 1 साल से कम अवधि के लिए सिग्नल कनेक्शन देने की बात कही गई है। इस श्रेणी में 9 महीने से 1 साल से कम अवधि के लिए पांच फीसदी अतिरिक्त राशि देनी होगी।
इतना ही नहीं छोटे उद्योग यानी एलटी कनेक्शन में कोई सीजनल कनेक्शन लेना चाहेंगे तो उन्हें कम से दो साल के लिए कंपनी से करार करना होगा। अब तक के नियमानुसार एलटी में एक साल तक का एनर्जी चार्ज उपभोक्ताओं को देना पड़ रहा है। इसी तरह अगर कोई बडे उद्योग में अस्थाई कनेक्शन लेना चाहेंगे तो उन्हें तीन साल का करार बिजली कंपनी से करना होगा। अभी दो साल के लिए ही करार करना पड़ता है। हालांकि मिनिमम मंथली चार्ज समाप्त होने के बाद सीजनल कनेक्शन में कमी आई है। इस कारण लोग सीजनल के बदले स्थाई कनेक्शन ही लेना पंसद कर रहे हैं। अभी राज्य में हर साल औसतन 7000 से अधिक लोग सीजनल कनेक्शन ले रहे हैं।
INPUT: FirstBihar