अगरबत्ती के बाद अब चावल-सत्तू बेचेंगे तेज प्रताप, कंपनी की लॉन्चिंग के बाद बोले- सरकार नहीं तो हम देंगे युवाओं को रोजगार

राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने आज पटना में LR राइस एंड मल्टीग्रेंस लिमिटेड की लॉन्चिंग अपने सरकारी आवास पर की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि केंद्र और बिहार सरकार लगातार युवाओं का रोजगार छीन रही है। बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे रही है। उन्होंने ठान लिया है कि अब किसानों और युवाओं के लिए काम करेंगे। उनकी कंपनी से किसानों को बड़ा फायदा होगा और युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर खुलेंगे।




इस दौरान तेज प्रताप ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर अपने पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भी शामिल किया। उनसे भी शुभकामनाएं ली। वो पहले से ही अगरबत्ती का कारोबार करते रहे हैं। अब चावल, बेसन, आटा, मैदा और सत्तू के कारोबार में भी कदम बढ़ाया है। इसके बाद उन्होंने अपने कारोबार और राज्य की राजनीति पर भास्कर रिपोर्टर प्रणय प्रियंवद से खास बातचीत की।


आगे पढ़िए, तेज प्रताप यादव से सवाल-जवाब
सवाल- अगरबत्ती की खुशबू फैलाने के बाद चावल की खुशबू का मामला क्या है?
जवाब- भारत में लोग रोज ही चावल खाते हैं। बिहारी के लोग भी चावल खूब खाते हैं। इसकी मांग काफी हुई तो हमने चावल के साध, आटा, बेसन, सत्तू आदि की मार्केटिंग शुरु की है। रोज की जरूरत के अनुसार हमने इसे शुरू किया है। बासमती चावल को उसकी खुशबू के साथ लोगों तक पहुंचाएंगे।


सवाल- पहले आपने छात्र जनशक्ति परिषद से युवाओं को राजनीतिक दृष्टि से मजबूत करने की बात की। अब युवाओं को रोजगार की बात कर रहे हैं। किनको रोजगार से जोड़ेंगे?
जवाब- जिनका रोजगार कोरोना की वजह से छिन गया, उन्हें भी हम रोजगार देने का काम करेंगे। मार्केंटिंग या प्लांट सेक्टर से जुड़ें जो युवा हैं, उन सभी तरह के युवाओं को हम रोजगार देंगे। जो युवा अपने पैरों पर खड़ा होना चाहते हैं उन्हें हम मदद करेंगे।


सवाल- हाल के दिनों में आपने कहा कि 4 दिनों के अंदर बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर होगा ?
जवाब- 4 दिन क्या 4 महीने भी लग सकते हैं। मेरे कहने का मतलब यह कि हम लोगों की सरकार तो बननी ही बननी है। हम लोग मजबूती से काम कर रहे हैं।


सवाब- वह कैसे संभव है? क्या बिहार की राजनीतिक उथल-पुथल उस तरह से कोई संकेत कर रही है?
जवाब- देखिए, राजनीति में कुछ भी हो सकता है। रात में सरकार बन भी सकती है और रात में सरकार गिर भी सकती है। हम चाहते हैं कि पूरी तरह से सरकार बनाएं ताकि बेरोजगारों को रोजगार देने का काम बड़े पैमाने पर कर सकें।


सवाल- एनडीए की कई पार्टियों के नेता जैसे- उपेन्द्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी के अलग-अलग बयान आ रहे हैं। इसके क्या संकेत हैं?
जवाब- वे लोग विवादित हैं ही। विवादित पार्टी के लोग हैं तो बयान भी तो विवादित भी देंगे ना। उन लोगों की दाल गल नहीं रही है। डबल इंजन वाले गठबंधन को नजर लग गई है।


सवाल- किसकी नजर लग गई है?
जवाब- आपस में ही उन लोगों ने एक-दूसरे को नजर लगा दी है।

INPUT: Bhaskar

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