लता मंगेशकर के निधन पर 2 दिन का राष्ट्रीय शोक,आधा झुका रहेगा राष्ट्र ध्वज, जानें- क्या होता है राजकीय शोक?

देश के सर्वोच्च अलंकरण ‘भारत रत्न’ से सम्मानित मशहूर गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन पर देश में दो दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है. सरकार के सूत्रों ने बताया है कि इस दौरान राष्ट्रध्वज आधा झुका रहेगा. उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा. इस दौरान उनके शव को तिरंगे से लिपटाया जाएगा और सशस्त्र सेना के जवान अतिम संस्कार में सलामी देंगे.




लता मंगेशकर का आज सुबह निधन हो गया. वह 92 साल की थीं. पिछले एक महीने से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के ICU में भर्ती थीं. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है और ट्विटर पर लिखा है, “मैं शब्दों की पीड़ा से परे हूं. दयालु लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं. लता दीदी के जाने से देश में एक ऐसा खालीपन हुआ है, जिसे भरा नहीं जा सकता है. आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्भुत क्षमता थी.”


बता दें कि भारत रत्न से सम्मानित किसी भी शख्सियत के निधन को अपूर्णीय क्षति मानते हुए राजकीय शोक की घोषणा की जाती है. पहले इसकी घोषणा केवल केंद्र सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति करते थे लेकिन अब राज्य सरकारें भी राजकीय शोक की घोषणा करती हैं.


राष्ट्रीय ध्वज संहिता के अनुसार राजकीय शोक के दौरान संसद, सचिवालय, विधानसभा, अन्य महत्वपूर्ण राष्ट्रीय भवनों या सरकारी कार्यालयों पर लगा राष्ट्रध्वज आधा झुका रहता है. इसके अलावा देश से बाहर स्थित भारतीय दूतावासों पर भी राष्ट्रध्वज आधा झुका रहता है. राष्ट्रीय शोक के दौरान कोई सरकारी या औपचारिक कार्यक्रम को आयोजन नहीं किया जाता है.

INPUT: NDTV

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