मुजफ्फरपुर। मैट्रिक परीक्षा 17 फरवरी से आयोजित होगी। इसके लिए जिले में 76 केंद्र बना गए हैं। इसमें छात्राओं के लिए 42 व छात्रों के लिए 34 केंद्र होंगे। परीक्षा के दौरान कई केन्द्र पर 300 से 500 परीक्षार्थियों के लिए बेंच-डेस्क कम पड़ रहे हैं।
इसके साथ ही कई केन्द्र ऐसे हैं जहां बेंच-डेस्क लगाने के लिए कक्षा तक नहीं है। ऐसे में कोविड प्रोटोकॉल के तहत नई व्यवस्था में 2-1 के सीटिंग प्लान में छात्रों को बैठाने के लिए इन केन्द्रों के परिसर में पंडाल लगाए जाएंगे। ये पंडाल 2500 वर्गफीट तक के होंगे।
विभिन्न केन्द्रों से मिली रिपोर्ट की समीक्षा के बाद डीईओ अब्दुस सलाम अंसारी ने गुरुवार को इन सभी केन्द्राधीक्षकों (सीएस) के साथ संबंधित बीईओ को भी निर्देश दिया। पंडाल लगवाने की जवाबदेही केन्द्राधीक्षकों को दी गई है। समीक्षा में 14 केन्द्र ऐसे मिले हैं जहां पहले से दिए गए बेंच-डेस्क के अलावा अतिरिक्त बेंच-डेस्क की जरूरत पड़ रही है। बेंच-डेस्क पहुंचवाने की जवाबदेही बीईओ और बीआरपी को दी गई है।
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