देश में कोरोना के मामले घटने लगे हैं। बिहार में भी संक्रमण कम हुआ है। राज्य में अब ढाई सौ से कम कोरोना पाजिटिव मिल रहे हैं। एक दिन पहले पांच शहरों से तो एक भी मामले सामने नहीं आए। कोरोना संक्रमण के घटने मामले को देखते हुए आइआरसीटीसी ने 14 फरवरी से दोबारा से ट्रेनों में यात्रियों को पका हुआ भोजन उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है।
महामारी के मद्देनजर मार्च 2019 में ट्रेन में खान-पान सेवा बंद कर दी गई थी। हालांकि, इस वर्ष 22 जनवरी तक 80 प्रतिशत ट्रेनों में पके हुए भोजन की सेवा बहाल कर दी गई थी। इससे यात्रियों को बड़ी सुविधा होगी। यात्रा के दौरान खाने की फिक्र खत्म हो जाएगी।
ट्रेनों में खानपान सेवा बंद कर दी थी
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण बचाव को लेकर रेल मंत्रालय ने 23 मार्च 2019 को ट्रेनों में खानपान सेवा बंद कर दी थी। बाद में कोरोना मामले में कमी और लाकडाउन में छूट के बाद पांच अगस्त 2020 को ट्रेनों में दोबारा सेवा प्रारंभ की गई थी।
– ट्रेनों में 14 फरवरी से दोबारा से मिलने लगेगा पका हुआ भोजन
– मार्च 2019 में कोरोना के कारण ट्रेन में बंद कर दी थी खान-पान सेवा
– ट्रेनों में मिलने लगेगा शत प्रतिशत भोजन, यात्रियों को नहीं होगी खाने की फिक्र
करीब 428 ट्रेनों में पका हुआ भोजन मिल रहा
21 दिसंबर से ही 30 प्रतिशत और इस वर्ष 22 जनवरी से यात्रियों को 80 प्रतिशत तक पका हुआ भोजन दिया जा रहा था, लेकिन 14 फरवरी से यात्रियों को दोबारा से ट्रेनों में शत प्रतिशत पका हुआ भोजन मिलने लगेगा। वर्तमान में करीब 428 ट्रेनों में पका हुआ भोजन मिल रहा है। उन्होंने बताया कि खान-पान में स्वास्थ्यवर्धक सामग्रियों को शामिल किया गया है। इससे यात्रियों को जहां पौष्टिक आहार मिल सकेगा वहीं, वे सुरक्षित रह सकेंगे।
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