अमेरिका में रहने वाले बिहारी अप्रवासी अब राज्य सरकार की आनलाइन सेवाओं से परिचित होंगे। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा शनिवार को आयोजित जमीनी बातें-5 कार्यक्रम के जरिए अप्रवासी बिहारी वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में जुटेंगे। बिहार फाउंडेशन इसे अमेरिका में होस्ट करेगा।
वर्चुअल माध्यम से होगा कार्यक्रम
वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम से जुड़ने वाले अमेरिका में रहने वाले अप्रवासी बिहारी जानेंगे कि अमेरिका में बैठ वे बिहार में अपनी जमीन से जुड़े कामों को किस प्रकार से करवा सकते हैं। इन्हें बिहार भूमि पोर्टल की जानकारी दी जाएगी। भूमि पोर्टल पिछले वर्ष की लांच हुआ है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल के जरिए भी किया जा सकता है। आयोजन के पहले अप्रवासी बिहारियों को निबंधन के लिए लिंक भेजा गया था। समाचार लिखे जाने तक करीब 314 लोगों ने अपना निबंधन करा लिया था।
हर जिज्ञासा को शांत करेंगे विशेषज्ञ
आयोजन के दौरान विशेषज्ञ अमेरिका में रहने वाले बिहार के लोगों की प्रत्येक जिज्ञासा को शांत करेंगे। इसके साथ ही प्रश्नोत्तर सत्र भी होगा। इसके अलावा इन्हें 20 जिलों में चल रहे विशेष सर्वेक्षण और शेष 18 जिलों में सर्वेक्षण की तैयारी की बारे में भी बताया जाएगा।
निदेशालयों के जानकार के अलावा पदाधिकारी होंगे उपस्थित
कार्यक्रम में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सभी निदेशालय के जानकार लोगों के अलावा वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। तकनीकी जानकार भी कार्यक्रम में रहेंगे, ताकि सिस्टम के व्यावहारिक पहलुओं की जानकारी भी दी जा सके। जमीनी बातें का यह पांचवा सत्र होगा। इसके पहले चार सत्र आयोजित किए जा चुके हैं। बता दें बिहार में बड़ी संख्या में भूमि विवाद हैं। निबटारे को लेकर सरकार अपनी ओर से कोशिश कर रही है। हाल ही में म्यूटेशन से जुड़े मामलों के निबटारे के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने समय-सीमा तय कर दी है।भूमि सुधार उप समाहर्ता को अधिकतम 30 दिनों के भीतर विवादों का निबटारा करना होगा।
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