नई दिल्ली. आईटी कंपनियों में एट्रीशन रेट (नौकरी छोड़ने की दर) दो दशक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद कंपनियां अब बड़ी संख्या में भर्तियां कर रही हैं. इसमें फ्रेशर्स (Freshers) की मांग ज्यादा है.
अगले महीने यानी मार्च तक आईटी कंपनियां (IT Companies) 3.6 लाख फ्रेशर्स को नौकरी देंगी.
मार्केट इंटेलिजेंस फर्म अनअर्थइनसाइट (Market Intelligence Firm Unearthinsight) ने बृहस्पतिवार को कहा कि महामारी के दौर में डिजिटलीकरण में तेजी से आईटी सेवाओं की मांग बढ़ी है. एट्रीशन रेट (Attrition Rate) बढ़ने की वजह से इस मांग को पूरा करने में दिक्कतें आ रही हैं. यही वजह है कि आईटी कंपनियों का पूरा जोर इस समय भर्तियां करने पर है.
और बढ़ेगी नौकरियां छोड़ने की दर
कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आईटी क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एट्रीशन रेट 22.3 फीसदी रही है. इससे पिछली यानी दूसरी तिमाही में यह रेट 19.5 फीसदी थी, जबकि चौथी तिमाही में इसके 22 से 24 फीसदी के बीच रहने का अनुमान है. हालांकि, 2022-23 से इस स्थिति में सुधार होगा और इस दौरान नौकरी छोड़ने वाले लोगों की संख्या 16 से 18 फीसदी तक आने की संभावना है.
ज्यादा होगी कंपनियों की कमाई
अनअर्थइनसाइट के फाउंडर एवं सीईओ गौरव वासु ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान देश में गंभीर कोरोना महामारी की लहर के बावजूद आईटी उद्योग की वृद्धि बरकरार है. इस वित्त वर्ष में आईटी उद्योग की कमाई में बढ़ोतरी सबसे ज्यादा रहने की संभावना है.
नए लोगों को नौकरियां देंगी 30 फीसदी कंपनियां
एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल की पहली छमाही यानी जनवरी से जून के दौरान फ्रेशर्स को नौकरी देने की कंपनियों की मंशा में पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. टीमलीज एजटेक के अनुसार, इस साल की पहली छमाही में 47 फीसदी से अधिक कंपनियों ने फ्रेशर्स की नियुक्ति की मंशा जताई है. जनवरी-जून, 2021 में ऐसा कहने वाली कंपनियों की संख्या मात्र 17 फीसदी थी.