मुजफ्फरपुर में जालसाजों का नया कारनामा, Clone चेक से जीविका के खाते में लगाई सेंध, 4.52 लाख रुपए की कर डाली फर्जी निकासी

मुजफ्फरपुर। अहियापुर के झपहां स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में ‘समर्पण जीविका महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के खाते से क्लोन चेक के जरिए चार लाख 52 हजार 700 रुपये की अवैध निकासी कर ली गई है।




बैंक मैनेजर सुनील कुमार ठाकुर ने इस फर्जीवाड़े को लेकर अहियापुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।


इससे पहले लगभग एक साल तक बैंक में मामले की आंतरिक जांच होती रही। इसमें बैंक ने अपने सभी कर्मियों और अधिकारियों को निर्दोष बता दिया है। हालांकि, पुलिस ने क्लोन चेक की जांच करने वाले कर्मियों का ब्योरा बैंक मैनेजर से मांगा है। मैनेजर ने पुलिस को बताया है कि ‘समर्पण जीविका महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का उनकी शाखा में करंट अकाउंट है। जिन चार चेक से रुपये की निकासी की गई है, वे सभी चेक खाताधारक के पास ही हैं।


सभी चारों कैंसिल चेक खाताधारक की ओर से बैंक में पेशकर फर्जीवाड़े की शिकायत की गई है, जिसकी जांच बैंक स्तर पर की गई। मैंनेजर ने पुलिस को यह भी बताया है कि आंतरिक जांच में किसी बैंक कर्मी या अधिकारी की मिलीभगत सामने नहीं आई है। सभी चेक जांच में क्लोन चेक निकले, लेकिन ये क्लोन चेक इतने उच्च स्तर के थे कि इसके नकली होने का आभास किसी बैंककर्मी को नहीं हो सका। वहीं, अहियापुर थानेदार विजय कुमार सिंह ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। भुगतान पाने वाले सभी खाताधारकों का ब्योरा बैंक से मांगा गया है। यह भी पूछा गया है कि बैंक में आये चेक की जांच कौन-कौन बैंक कर्मियों ने की थी। इसके आधार पर छानबीन को आगे बढ़ाया जाएगा।


जनवरी से मार्च 21 तक निकाले गए रुपये
बैंक मैनेजर ने पुलिस को बताया है कि 18 फरवरी 2021 को एक चेक (चेक नं. 7007) इंडियन बैंक के माध्यम से राजू कुमार के पक्ष में भुगतान के लिए प्रस्तुत हुआ था। जांच के बाद चेक क्लीयरेंस किया गया, जिसके आधार पर 25 फरवरी 2021 को 96700 रुपये भुगतान किया गया। इसी तरह एक्सिस बैंक के माध्यम से दूसरा चेक (चेक नं. 7008) 27 जनवरी 2021 को शंकर कुमार के पक्ष में भुगतान के लिए प्रस्तुत हुआ, जिसे क्लीयरेंस देने के बाद 5 फरवरी 2021 को 97300 रुपये भुगतान हुआ। तीसरा चेक (चेक नं. 7009) केनरा बैंक के माध्यम से प्रमोद शर्मा के पक्ष में भुगतान के लिए प्रस्तुत हुआ।


क्लीयरेंस देने के बाद प्रमोद शर्मा को 6 मार्च 2021 को 98700 रुपये भुगतान हुआ। चौथा चेक पीएनबी गया के माध्यम से 12 जनवरी 2021 को मंटू कुमार के पक्ष में भुगतान के लिए आया था। क्लीयरेंस मिलने के बाद 29 जनवरी को 1.6 लाख रुपये भुगतान किया गया। इस तरह चारों चेक के माध्यम से चार लाख 52 हजार 700 रुपये की धोखाधड़ी कर निकासी कर ली गई। इसमें जालसाजी करने वाले रैकेट का हाथ है।

INPUT:Hindustan

Share This Article.....

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *