अभी अभी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि चारा घोटाला डोरंडा ट्रैजरी मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद आज कोर्ट ने सजा पर फैसला सुना दिया है। बताते चले कि इससे पहले रांची रिम्स में वीडियो कांफ्रेंसिंग की व्यवस्था की गई थी। उनके साथ हास्पिटल में डाक्टर उपस्थित थे। सजा सुनाने से पहले डाक्टरों ने लालू का चेकअप करके बताया कि उनकी तबियत पहले से खराब है। लालू तनाव में नजर आ रहे हैं। उनका किडनी ठीक से काम नहीं कर रहा है।
6 साल से ज्यादा सजा हुई तो 6 महीने जेल में रहना होगा : चारा घोटाले के कुल मामले में लालू यादव 36 महीने 19 दिन जेल में बीता चुके हैं। हाई कोर्ट के वकील के मुताबिक अगर लालू यादव को 6 साल से अधिक की सजा सुनाई जाती है तो कम से कम 6 महीने तक जेल में बिताना होगा। इसके बाद ही वे हाईकोर्ट में जमानत के लिए अपील दायर कर सकते हैं।
5 साल से कम हुई तो मिल जाएगी जमानत : सीनियर एडवोकेट देवाशीष मंडल ने दैनिक भास्कर को बताया कि अगर लालू यादव को 5 साल से कम की सजा सुनाई जाती है तो पूर्व में काटी गई सजा के आधार पर लालू यादव को हाईकोर्ट से जमानत मिल सकती है। इस प्रक्रिया को पूरा करने में उन्हें 2-3 सप्ताह तक जेल में रहना होगा।
जानिए, डोरंडा ट्रेजरी घोटाला आखिर है क्या? डोरंडा ट्रेजरी से 139.35 करोड़ रुपए की अवैध निकासी के इस मामले में पशुओं को फर्जी रूप से स्कूटर पर ढोने की कहानी है। यह उस वक्त का देश का पहला मामला माना गया जब बाइक और स्कूटर पर पशुओं को ढोया गया हो। यह पूरा मामला 1990-92 के बीच का है। CBI ने जांच में पाया कि अफसरों और नेताओं ने मिलकर फर्जीवाड़े का अनोखा फॉमूर्ला तैयार किया। 400 सांड़ को हरियाणा और दिल्ली से कथित तौर पर स्कूटर और मोटरसाइकिल पर रांची तक ढोया गया, ताकि बिहार में अच्छी नस्ल की गाय और भैंसें पैदा की जा सकें। पशुपालन विभाग ने 1990-92 के दौरान 2,35, 250 रुपए में 50 सांड़, 14, 04,825 रुपए में 163 सांड़ और 65 बछिया खरीदीं।
