मुजफ्फरपुर। प्रवासी व दक्ष श्रमिकों को गांव में रोजगार देने के लिए सकरा के रामपुर बखरी में लहठी क्लस्टर का विकास किया जाएगा। इसके लिए 10 लाख की राशि जिले को मिली है।
उद्योग विभाग की देखरेख में एक समिति बनेगी। सोसायटी एक्ट के तहत निबंधित करने के बाद उसे राशि दी जाएगी। बेला में चल रहे लेदर क्लस्टर को ट्रेङ्क्षनग केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। यहां दो बैच में 60 लोग प्रशिक्षण लेकर निकले हैं। जिले में अभी छह क्लस्टर चल रहे हैं। इससे युवाओं को रोजगार के साथ औद्योगिक नेटवर्क मजबूत हो रहा है। सकरा के रामपुर बखरी में करीब एक सौ परिवार लहठी कारोबार से जुड़े हैं।
गारमेंट, उडेन, सीमेंट के बाद अब लहठी की बारी
उद्योग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले से हुनरमंद मजदूरों के पलायन रोकने तथा औद्योगिक नेटवर्क को मजबूत करने के लिए जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना व पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग यानी पीएसयू के तहत क्लस्टर का निर्माण किया गया है। जिले को क्लस्टर विस्तार के लिए पचास लाख की राशि मिली है। जिला औद्योगिक नव प्रवर्तन योजना के तहत कटरा के बसंत में उडेन फर्नीचर उद्योग का क्लस्टर चल रहा है। इस यूनिट के लिए दो लाख 62 हजार की राशि विभाग की ओर से दी गई है। यहां पर अभी 17 लोगों को रोजगार मिल रहा है।
औराई के जनाढ़ में रेडिमेड क्लस्टर से 19 लोगों को रोजगार मिल रहा है। इसके लिए विभाग की ओर से सात लाख 98 हजार की राशि उपलब्ध कराई गई है। बंदरा में स्वीट्स बाक्स निर्माण का काम हो रहा है। इससे 15 लोग जुड़कर काम कर रहे हैं। क्लस्टर चलाने लिए आठ लाख की राशि दी गई है। महंत मनियारी में सीमेंट की जाली बनाने का काम हो रहा है। इसमें 14 आदमी का रोजगार मिल रहा है।
इधर पब्लिक सेक्टर अंडरटेङ्क्षकग यानी पीएसयू के तहत दो क्लस्टर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की ओर से जीविका समूह की देखरेख में चल रहा है। जिला उद्योग विस्तार पदाधिकारी अरङ्क्षवद कुमार ने बताया कि पीएसयू की ओर से सकरा में नैपकीन निर्माण का काम हो रहा है उसमें 40 महिलाएं जुड़ी हैं। इस समूह को सात लाख की राशि दी गई है। बोचहां के झपहां मझौलिया में 45 लोग जुड़े हुए हैं। इसके लिए विभाग की ओर से साढ़े चार लाख की राशि दी गई है।
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