मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विवि में कन्या उत्थान के लिए लड़कियों के साथ छात्रों ने भी आवेदन कर दिया है। कन्या उत्थान के आवेदनों के सत्यापन के दौरान यह खुलासा हुआ है।
बिहार विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो. अजीत कुमार ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि अब तक 15 छात्रों के आवेदन पकड़े गये हैं, उन्हें निरस्त दिया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 से लेकर अब तक 55000 कन्या उत्थान के आवेदन आये हैं जिसमें 14000 आवेदनों का निष्पादन कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कन्या उत्थान के सत्यापन के लिए सरकार ने मेधा साफ्टवेयर बनाया गया है, लेकिन यह सॉफ्टवेयर काफी धीमे काम करती है। एक आवेदन को सत्यापन करने में 45 मिनट का समय लगता है। इसलिए काम में तेजी नहीं आ रही है। बताया कि कन्या उत्थान का आवेदन का सत्यापन हमलोग कॉलेजवार कर रहे हैं।
अभी हाजीपुर के कॉलेजों के आवेदनों का सत्यापन किया जा रहा है उसके बाद मुजफ्फरपुर के कॉलेजों का सत्यापन होगा। एलएन कॉलेज भगवानपुर के आवेदनों का सत्यापन हो चुका है। अब वैशाली महिला कॉलेज के आवेदनों का सत्यापन किया जाएगा। डीएसडब्ल्यू ने बताया कि पिछले वर्ष जिन असंबद्ध कॉलेजों के छात्रों की परीक्षा टैग कराकर ली गयी थी, वहां की छात्राओं ने भी कन्या उत्थान के लिए आवेदन किया है, लेकिन उनका आवेदन अभी फंसा हुआ है।
इसका कारण है कि जब उनका दाखिला संबद्ध कॉलेजों में नहीं हुआ था तो राशि कैसे मिलेगी। ऐसी छात्राओं की संख्या करीब सात हजार होगी। इसके अलावा वोकेशनल और संबद्ध कॉलेजों की छात्राओं को भी अभी राशि मिलने का आदेश सरकार से नहीं आया है।
INPUT:Hindustan