‘अगर जिंदा बचा तो आ जाऊंगा। मैं यहां स्नो में बॉर्डर पर भूखा प्यासा ट्राई करता रहूंगा। आप इंतजार करो। भगवान पर भरोसा रखो। माइनस 10 डिग्री टेम्प्रेचर है’। यह मार्मिक मैसेज यूक्रेन से MBBS कर रहे छात्र हार्दिक मैत्रेय का है, जो उन्होंने अपने चाचा राहुल शर्मा को वॉट्सऐप किया है। हार्दिक यूपी में मुजफ्फरनगर के कस्बा मीरापुर के रहने वाले हैं। वह यूक्रेन की टर्नोपिल यूनिवर्सिटी से MBBS की पढ़ाई कर रहे हैं। हार्दिक पिछले 72 घंटों से रोमानिया बॉर्डर पर फंसे हुए हैं।
हेल्पलाइन नंबर से नहीं मिल रहा रिस्पांस
हार्दिक ने बताया, ‘मैं अपने साथियों के साथ पिछले 72 घंटों से रोमानिया बॉर्डर पर हूं। अभी बॉर्डर से अंदर भी नहीं लिया गया है। 48 घंटे से भूखा-प्यासा हूं। दूतावास में कोई फोन भी रिसीव नहीं कर रहा है। जो हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, उन पर कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा’।
गाजियाबाद के शुभम समेत 240 छात्र हंगरी बॉर्डर के लिए रवाना
गाजियाबाद के रहने वाले छात्र शुभम भी यूक्रेन में फंसे हुए थे। भारतीय समय के मुताबिक, सुबह करीब साढ़े 10 बजे वह यूक्रेन के शहर उझहोरोड से हंगरी बॉर्डर के लिए रवाना हो गए हैं। उनके साथ करीब 240 छात्रों का जत्था है।
इस जत्थे में ज्यादातर छात्र हरियाणा के मेवात से हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार शाम तक इन्हें स्पेशल फ्लाइट से दिल्ली भेज दिया जाएगा। शुभम ने यूक्रेन से एक तस्वीर जारी की है, जिसमें वह दोस्तों के साथ तिरंगा लिए खड़े दिखाई दे रहे हैं।
INPUT: Bhaskar